Haryana News: हरियाणा के स्कूली बच्चों की हुई मौज,अब खाने में मिलेगा दही- पराठा और ये सब
चंडीगढ़, Haryana News :- राज्य के सरकारी स्कूलों में बच्चों को खाने में दिए जाने वाले Menu में बदलाव किया गया है. अब बच्चों को खाने में हेल्दी और पौष्टिक चीज मिलेगी. अब स्कूल के बच्चों कों दही-पराठे के साथ अन्य हेल्दी और पौष्टिक चीजें खाने को दी जाएगी. सरकार ने अपना अलग मेन्यू बना लिया है. पीएम पोषण योजना (मध्याह्न भोजन) के Menu List में पौष्टिक बाजरा, चना और पौष्टिक खिचड़ी के साथ सब्जी पुलाव जैसे व्यंजन जोड़े गए है.
बच्चों को मिलता है गर्म पका हुआ भजन
केंद्र की तरफ से चल रही इस Scheme के तहत सभी सरकारी, स्थानीय निकायों और सरकारी सहायता प्राप्त निजी संस्थाओं द्वारा संचालित प्राथमिक विद्यालयों और उच्च प्राथमिक स्कूलों में कक्षा 1 से 8 तक के बच्चों को गर्म पका हुआ भोजन दिया जाता है. उन्होंने कहा कि प्राथमिक शिक्षा के लिए पोषण संबंधी खाद्य सामग्री देने के लिए चलाए जा रहे मिड-डे-मील के राष्ट्रीय कार्यक्रम को अब पीएम पोषण के नाम से जाना जाता है.
सचिव ने दिए योजना के बेहतर क्रियान्वयन के निर्देश
हरियाणा के मुख्य सचिव संजीव कौशल की अध्यक्षता में PM पोषण योजना की स्टेट लेवल संचालन-सह-निगरानी समिति की बैठक हुई जिसमें वर्ष 2024-25 के लिए 658 करोड़ रुपए के बजट को स्वीकृत किया गया है. इसमें राज्य का भाग 457.26 करोड़ रुपए, जबकि केंद्र सरकार का भाग 200.74 करोड़ रुपए रहेगा. मुख्य सचिव ने मीटिंग में अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी अधिकारी पीएम पोषण योजना के बेहतर क्रियान्वयन और उपयोग पर Focus करें ताकि बच्चों को पोषण व प्रोटीन युक्त भोजन मिल पाये.
मीटिंग में शामिल हुए विभिन्न अधिकारी
Meeting में स्कूल शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुधीर राजपाल, पशुपालन एवं डेयरी विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अंकुर गुप्ता, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. G अनुपमा और आयुक्त एवं सचिव P अमनीत कुमार सहित कई वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए. हरियाणा शिक्षा विभाग की तरफ से संचालित पीएम पोषण योजना राज्य के 8671 प्राथमिक स्कूलों एवं 5582 उच्च प्राथमिक विद्यालयों सहित कुल 14,253 विद्यालयों में चल रही है.
बच्चों को मिले गुणवत्तायुक्त भोजन
मीटिंग में सीएम ने अधिकारियों से देश के अन्य राज्यों का Survey करके बच्चों को पूर्ण रूप से प्रोटीन और पोषणयुक्त भोजन देने की जानकारी की मांग की. उन्होंने कहा कि सरकार कोशिश कर रही है कि स्कूलों में बच्चों को गुणवत्तायुक्त भोजन मिले, ताकि उन्हें कुपोषण की समस्या न हो.