Haryana News: हरियाणा के फरीदाबाद में चोरों ने मचाया आतंक, मेट्रो ट्रैक से 1 KM लंबा केबल चोरी
हरियाणा :- फरीदाबाद जिले से गुजर रहे एलिवेटेड मेट्रो ट्रैक को एक बार फिर चोरों ने अपना निशाना बनाया है। बेखौफ चोरों ने सोमवार रात बाटा-स्कॉटर्स मुजेसर मेट्रो स्टेशन के बीच ट्रैक पर बिछी करीब एक किलोमीटर लंबी फोर टीसी केबल काट चोरी कर ली। इससे मेट्रो के परिचालन बाधित हो सकता था। मेट्रो थाना पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज किया है। पुलिस के अनुसार, अखिलेश वर्मा की शिकायत पर मेट्रो थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। वह डीएमआरसी में सहायक खंड अभियंता के पद पर कार्यरत हैं। शिकायत में पुलिस को बताया गया है कि सोमवार तड़के करीब 3:30 बजे उन्हें सूचना मिली कि बाटा मेट्रो स्टेशन के पास ट्रैक पर बिछी फोर टीसी केबल चोरी कर ली गई है।
सूचना पाते ही तुरंत उनकी टीम जांच करने मौके पर पहुंची। इसमें पाया गया कि बाटा मेट्रो स्टेशन से स्कॉर्ट्स मुजेसर मेट्रो स्टेशन के बीच बिछी करीब एक हजार मीटर लंबी केबल चोरी हुई है। इसकी सूचना तुरंत डीएमआरसी के वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई। साथ ही पुलिस में भी शिकायत दी गई। मेट्रो थाना एसएचओ अनूप सिंह ने बताया कि मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
दिसंबर 2023 से अब तक चार बार केबल चोरी हो चुकी : जानकारी के अनुसार, फरीदाबाद शहर में सक्रिय चोर बीते दो साल में चौथी बार मेट्रो ट्रैक से केबल चुराकर ले गए हैं। इससे पहले दिसंबर-2023 में दो बार केबल चोरी हुई थी। इसके बाद जनवरी-2024 में भी चोरों ने एलिवेटेड ट्रैक पर चढ़कर करीब आधा किलोमीटर लंबी केबल चुराई थी। आशंका है कि चोरों ने रस्सी या अन्य साधन के सहारे एलिवेटेड ट्रैक पर चढ़कर चोरी की इस वारदात को अंजाम दिया होगा। पुलिस मामले की जांच करने में जुटी हुई है।
ओवरहेड वायर में करंट की आपूर्ति होती है केबल से
जानकारी के अनुसार, फोर टीसी केबल मेट्रो ट्रैक पर बिछाया जाता है। बिजली से मेट्रो के संचालन के लिए तीन तरह के केबल का इस्तेमाल किया जाता है। एक तो ओवरहेड केबल होती है, जिससे संचालन के लिए कंरट मिलता है। वहीं दूसरा ट्रैक पर बिछा आरसी केबल होता है, इससे मेट्रो के इंजन को रिटर्न करंट मिलता है।
मेट्रो सेवा हो जाती बाधित
रात में मेट्रो सेवा बंद होने के बाद आरोपियों ने वारदात को अंजाम दिया होगा। मेट्रो के कर्मचारियों को समय रहते इसकी जानकारी मिल गई, नहीं तो अगले दिन सुबह मेट्रो सेवा भी प्रभावित हो सकती थी।
दो साल में 23 मुकदमे दर्ज
मेट्रो स्टेशन या मेट्रो परिसर में हुई चोरी व अन्य मामलों में साल-2023 से अबतक करीब 23 मुकदमे दर्ज किए गए हैं। सभी मुकदमे मेट्रो थाने में दर्ज किए गए हैं। अधिकांशत: सामान और वाहनों की चोरी के हैं।
मेट्रो ट्रैक पर चोरी होने के ये बड़े कारण
पुलिस के अधिकारियों के अनुसार, दिल्ली-आगरा हाईवे पर मेट्रो स्टेशन से सटे कई फुटओवर ब्रिज (एफओबी) बने हैं। इसके अलावा दिल्ली-आगरा नेशनल हाईवे के सर्विस लेन पर कई बिजली व अन्य खंभे भी एलिवेटेड मेट्रो से लगभग सटे हैं। साथ ही कई पेड़ भी हैं, जो मेट्रो के एलिवेटेड ट्रैक के आसपास हैं। ऐसे में आशंका है कि चोर उनको साधन बनाकर एलिवेटेट ट्रैक पर चढ़े होंगे और वारदात को अंजाम दिया होगा।