Haryana News: खेल में दो हाथ दिखा जीते 200 पदक, अब चरखी दादरी की बेटी दौड़ा रही बस
चरखी दादरी :- परिस्थितियों चाहे कितनी भी विषम हो अगर मन में कुछ पा लेने की इच्छा हो तो कुछ भी संभव है. हरियाणा के चरखी दादरी की महिला ने इसे सच कर दिखाया है. उन्होंने अपने संघर्ष के बदौलत अपना मुकाम हासिल कर लिया है. इन्होंने यह सिद्ध कर दिया है कि आत्मविश्वास और लग्न हो तों कुछ भी संभव है. चरखी दादरी जिले के झोझूकलां निवासी शर्मिला सांगवान इसका जीता जागता उदाहरण है.
Delhi में चला रही DTC बसें
पति की मौत के सदमे से उभरते हुए उन्होंने न सिर्फ परिवार को संभाला, बल्कि खेल मैदान में अपनी प्रतिभा से 200 पदक हासिल किए. अंतरराष्ट्रीय एथलीट शर्मिला अब दिल्ली की सड़कों पर डीटीसी बस भी चला रही है. शर्मिला सांगवान प्रतिभावान महिला एथलीट हैं. वो राज्य स्तरीय स्पर्धाओं में 21, राष्ट्रीय स्तर की स्पर्धाओं में 169 और अंतरराष्ट्रीय स्तर की स्पर्धाओं में 10 पदक जीत चुकी हैं. वो 106 वर्षीय वयोवृद्ध खिलाड़ी रामबाई की दोहती हैं. 1999 में शर्मिला की शादी झज्जर जिले के गांव खानपुर खुर्द निवासी जयसिंह से हुई थी.
2019 में शुरु किया खेलना
शादी के सात साल बाद ही उनके पति की मौत हो गई. इसके बाद से वह अपने पीहर रहने लगी. उनकी दो बेटियां हैं. बड़ी बेटी इस वक़्त Pilot की तैयारी कर रही है, जबकि छोटी बेटी 11वीं कक्षा में पढ़ रही है. शर्मिला ने कहा कि साल 2019 में उन्होंने खेलने की शुरुआत की थी. उन्हें अपनी नानी रामबाई से खेलने की प्रेरणा मिली. वे 3 किलोमीटर व 5 किलोमीटर रेस और शॉटपुट में अपनी प्रतिभा दिखा रही हैं.
दोपहर 1:30 से रात 10 बजे तक चलाती है बस
जनवरी 2024 में उन्हें डीटीसी में चालक की नौकरी मिली, लेकिन एथलेटिक्स कोच की Training के चलते उन्होंने अब मार्च महीने में नौकरी ज्वाइन की है. वे दिल्ली में दोपहर 1:30 से रात 10 बजे तक बस चलाती हैं. 12वीं पास शर्मिला फिलहाल बीएएलएलबी भी कर रही हैं. शर्मिला ने पिछले वर्ष 1489.4 किलोमीटर की दूरी को 24 घंटे में तय कर राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया है. उन्होंने बताया कि उन्होने 22 टायरी ट्रॉला को पानीपत से बीकानेर और बीकानेर से फतेहाबाद तक और वापस इसी रास्ते पानीपत पहुंचाया था. उन्होंने बताया कि यह दूरी 27 घंटे में तय होने का Record था, मगर उन्होंने 24 घंटे में दूरी तय कर दी और रिकॉर्ड तोड़ दिया.