Haryana School News: हरियाणा के सरकारी स्कूल के बच्चों की मौज, मिड डे मील के लिए 661 करोड़ रूपए का बजट जारी
चंडीगढ़ :- हरियाणा सरकार ने स्कूलों में पढ़ने वाले छोटे बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए 15 अगस्त 1995 को राज्य में Mid- Day- Meal योजना की शुरुआत की थी. इस योजना के अंतर्गत Primary Schools में पढ़ने वाले बच्चों को पोषण युक्त आहार प्रदान किया जाता है. हरियाणा सरकार ने PM पोषण शक्ति निर्माण के तहत 14,409 Primary विद्यालयों के विद्यार्थियों को मिड- डे- मील उपलब्ध करवाने के लिए Budget में 42% तक की वृद्धि की है. सरकार का मानना है कि बेहतर Education तभी संभव है जब बच्चों का स्वास्थ्य बेहतर होगा.
मिड डे मील के लिए बजट में 42% की वृद्धि
गुरुवार को मुख्य सचिव संजीव कौशल की अध्यक्षता में Mid- Day- Meal योजना के लिए राज्य स्तरीय स्टीयरिंग कमेटी की बैठक आयोजित की गई. इस बैठक में संजीव कौशल ने बताया कि अबकी बार Mid- Day- Meal के लिए सरकार ने बजट में 661 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है. वही पिछले वर्ष मिड डे मील के लिए बजट में 384 करोड रुपये का प्रावधान किया गया था. संजीव कौशल ने अधिकारियों को आदेश देते हुए कहा कि भोजन में अतिरिक्त पोषण मानदंड बढ़ाने के लिए विभिन्न खंडों में अध्ययन किया जाए.
साफ स्वच्छ परिस्थितियों में भोजन पकाने के दिए आदेश
मुख्य सचिव संजीव कौशल ने अधिकारियों को भोजन की गुणवत्ता सुनिश्चित करने और भोजन के पोषण मांगों को पूरा करने के साथ- साथ इसको साफ स्वच्छ परिस्थितियों में पकाने के भी आदेश दिए. उन्होंने कहा कि विद्यालयों में बच्चों को साफ सुथरा और पका हुआ भोजन ही वितरित किया जाना चाहिए ताकि बच्चों का स्वास्थ्य अच्छा बना रहे. आप ये लेख KhabriExpress.in पर पढ़ रहे है. आपकी इस पोस्ट के बारे मे क्या राय है मुझे कॉमेंट बॉक्स मे जरूर बताएं. प्रत्येक वर्ष सरकार स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के मिड डे मील के लिए अलग से Budget जारी करती है.
मिड डे मील के साथ दिया जाता है फ्लेवर्ड फोर्टीफाइड दूध
मुख्य सचिव ने अधिकारियों को आदेश दिए कि वे समय- समय पर बच्चों को दिए जाने वाले भोजन की समय सारणी निश्चित करें. इस योजना के अंतर्गत पहली कक्षा से 8वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को सप्ताह में 3 दिन मिड डे मील के साथ 200ml 5 फ्लेवर्ड फोर्टीफाइड दूध भी दिया जाता है. Scheme के अंतर्गत स्कूलों में बच्चों को चावल, बाजरा और फोर्टीफाइड आटे से बने विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थ उपलब्ध करवाए जाते हैं. सरकार का मुख्य लक्ष्य बच्चों को प्रोटीन, वसा और कार्बोहाइड्रेट युक्त खाना उपलब्ध करवाना है.