Haryana Sugar Mill: महम चीनी मिल ने कर दिया कमाल, किसानों के खाते में भेजे 159 करोड़ रूपए
महम, Haryana Sugar Mill :- हरियाणा के कई जिलों में सहकारी चीनी मिले स्थापित की गई है. इनमें से महम सहकारी चीनी मिल Ltd. ने अबकी बार एक नया रिकॉर्ड बनाया किया है. गर्मी के दिनों में Mill में कार्य करना कर्मचारियों के लिए काफी मुश्किल भरा कार्य होता है. जून की तपती गर्मी में बॉयलरो के पास बैठकर और धूप में गर्म लोहे की फैक्ट्री में कार्य करना कर्मचारियों के लिए बहुत कठिन होता है. सामान्यतः सभी मिलों में May महीने तक गन्ने की पेराई का कार्य समाप्त हो जाता था, परंतु महम फैक्ट्री में अबकी बार प्रदेश की अन्य सभी मिलों के बाद कार्य बंद हुआ है.
महम चीनी मिल ने सबसे अंत में किया गन्ना पेराई का कार्य
11 May 2022 को प्रदेश की सभी मिलों में गन्ने की पेराई बंद हो गई थी परंतु महम चीनी Mill में मंगलवार 27 जून की शाम 5:00 बजे तक गन्ना पेराई का कार्य किया गया. जून महीने की इतनी भीषण गर्मी में भी फैक्ट्री के कर्मचारी Mill में ही डटे रहे और अपना कार्य मेहनत के साथ करते रहे. चीनी मिल कर्मचारियों की कड़ी मेहनत के कारण ही Mill ने न केवल अपने क्षेत्र का बल्कि Jind, फतेहाबाद, पानीपत, करनाल, रोहतक और गोहाना चीनी मिलों के किसानों का भी गन्ना लिया और उनकी पेराई का कार्य किया.
राजस्थान से की जाती थी गन्ने की मांग
महम चीनी मिल के MD दलबीर सिंह फौगाट ने जानकारी देते हुए कहा कि महम चीनी Mill ने अबकी बार किसानों से 151 करोड़ 59 लाख रुपए का गन्ना खरीदा है, जिसकी पेमेंट भी क्लियर हो चुकी है. किसानों को 111 करोड़ 80 लाख रुपए का भुगतान किया जा चुका है, जबकि शेष Payment भी जल्द ही कर दी जाएगी. अबकी बार मिल कर्ममचारियों ने 40,80,760 क्विंटल गन्ने की पेराई की है. जबकि पिछले वर्ष 39,60,000 क्विंटल गन्ने की पेराई की गई थी. प्रत्येक वर्ष राजस्थान हरियाणा के फतेहाबाद जिले से Juice के लिए गन्ने की मांग करता था, परंतु अबकी बार गर्मी कम होने के कारण राजस्थान ने गन्ने की कम मांग की थी. जिस वजह से फतेहाबाद के किसानों के पास गन्ने का बहुत सारा स्टॉक शेष बच गया.
दूसरे जिले के किसानों से भी लिया गन्ना
Mill के सुपरिटेंडेंट वीरेंद्र रोहिल्ला ने बताया कि महम Mill में हरियाणा के पंचकूला जिले से गन्ना आयुक्त व MD शुगरफेड का आदेश आया था, जिसके बाद अन्य जिलों से खासकर फतेहाबाद जिले से गन्ना लिया गया. फतेहाबाद के किसानों ने सरकार के प्रतिनिधियों से बातचीत की थी जिसके बाद महम Mill ने फतेहाबाद के किसानों से 3,05,000 क्विंटल गन्ना लिया. वहीं रोहतक के किसानों से 13,900 क्विंटल, जींद के किसानों से 83,000 क्विंटल गन्ना और गोहाना, करनाल और पानीपत के किसानों से 3000 क्विंटल गन्ना महम चीनी मिल ने लिया. महम Mill ने अपने क्षेत्र के किसानों से 36,82,000 क्विंटल गन्ना और अन्य दूसरी मिलो के किसानों से 4,06,000 क्विंटल गन्ना लिया.