HBSE: अब साल में दो बार 10वीं और 12वीं की परीक्षा लेगा हरियाणा बोर्ड, उत्तर पुस्तिकाओं की भी होगी डिजिटल मार्किंग
भिवानी, HBSE New Rule :- हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी की तरफ से 10वीं-12वीं कक्षा में दाखिला लेने वाले विद्यार्थियों के लिए महत्वपूर्ण खबर आई है. HBSE ने दसवीं और बारहवीं की बोर्ड परीक्षाओं में परिवर्तन करते हुए 6 माह में वार्षिक परीक्षा आयोजित करने का निर्णय लिया है. इस परीक्षा में यदि विद्यार्थी पहले प्रयास में सफल हो जाता है तो वह दूसरी बार परीक्षा में बैठने के लिए बाध्य नहीं होगा.
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने किया बड़ा बदलाव
HBSE नें नए शिक्षा सत्र से वर्ष में 2 बार यानी की 6 माह में वार्षिक परीक्षा आयोजित करवाने का निर्णय लिया है. इस तरह अगर देखा जाए तो विद्यार्थियों को परीक्षा पास करने के लिए July, सितंबर और March महीने में तीन बार Exam देने का मौका मिलेगा. इनमें से विद्यार्थी यदि एक बार Exam में पास हो जाता है तो उसे दूसरी बार एग्जाम देने की जरूरत नहीं पड़ेगी, और अगर वह अपनी मर्जी से दोबारा Exam देता है तो उसके अधिकतम अंकों का ही बोर्ड आकलन करेगा.
एक बार असफल होने पर बच्चे नहीं होंगे निराश
इसी तरह अगर किसी विद्यार्थी को पहले Exam में कंपार्टमेंट आ जाता है तो उसे दूसरी परीक्षा में बैठना अनिवार्य होगा. इतना ही नहीं अबकी बार HBSE 10वीं और 12वीं की परीक्षा में उत्तर पुस्तिकाओं की डिजिटल Marking भी करेगा. HBSE पहला ऐसा बोर्ड होगा जो डिजिटल मार्किंग करेगा. इससे पहले अक्टूबर 2012 में पूरक परीक्षाओं में HBSE ने डिजिटल मूल्यांकन का कार्य शुरू किया था. HBSE नें बच्चों के स्कूल छोड़ने की संख्या को कम करने के लिए यह कदम उठाया है. अब एक प्रयास में बच्चों के असफल होने पर वह स्कूल ना छोड़कर दूसरी बार में सफलता हासिल कर सकते हैं.
नवाचार की तरफ एचबीएसई का बड़ा कदम
HBSE भिवानी के अध्यक्ष डॉ वीपी यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि नवाचार की तरफ HBSE का यह बहुत बड़ा कदम है. इस कदम का मुख्य लक्ष्य Drop Out रेट कम करना है. इस योजना से विद्यार्थी एक बार में असफल होने पर निराश नहीं होंगे क्योंकि उनके पास दूसरी बार परीक्षा देने का Option पहले से मौजूद रहेगा. इसके अलावा बोर्ड मुख्यालय के द्वारा डिजिटल मार्किंग के लिए उत्तर पुस्तिकाओं की स्कैनिंग का कार्य भी किया जा रहा है.