UPI करने वाले लाखो उपभोक्ताओं के लिए जरूरी खबर, नए साल से बदल ये 5 नियम
UPI News :- UPI के जरिए ऑनलाइन पेमेंट करने वालों की संख्यां दिन दोगुनी और रात चौगुनी बढ़ रही है। यूपीआई की वजह से भारत डिजिटल पेमेंट करने के मामले में दुनिया में अव्वल है। नवंबर में जारी NPCI के आंकड़ों की बात करें तो UPI के जरिए लगभग 15.48 मिलियन ट्रांजैक्शन किए गए, जिसका वैल्यू 21.55 लाख करोड़ रुपये रहा है। भारतीय रिजर्व बैंक की ईकाई नेशनल पेमेंट्स कार्पोरेशन ऑफ इंडिया ने UPI में 5 नए बदलाव किए हैं, जिसकी वजह से करोड़ों UPI यूजर्स को फायदा हुआ है।
UPI123PAY की बढ़ी लिमिट
NPCI ने फीचर फोन यूजर्स के लिए इस्तेमाल की जाने वाली UPI123PAY सर्विस की लिमिट को बढ़ाने का फैसला किया है, ताकि फीचर फोन यूजर्स भी ज्यादा मात्रा में यूपीआई के जरिए लेन-देन कर सके। UPI123PAY के जरिए लेन-देन की डेली लिमिट पहले 5,000 रुपये थी, जिसे बढ़ाकर अब 10,000 रुपये कर दिया गया है। फीचर फोन यूजर्स मिस्ड कॉल या फिर IVR के जरिए UPI लेन-देन कर सकते हैं।
UPI Lite
UPI123PAY के साथ-साथ UPI Lite की लिमिट को भी इस साल बढ़ाने का फैसला किया गया है। UPI Lite वॉलेट की लिमिट पहले 2,000 रुपये तक की गई थी, जिसे अब बढ़ाकर 5,000 रुपये कर दिया गया है। यूपीआई लाइट के जरिए यूजर्स छोटे वैल्यू के पेमेंट बिना PIN दर्ज किए कर सकते हैं।
ऑटो टॉप-अप
UPI Lite वॉलेट की लिमिट बढ़ाने के साथ-साथ NPCI ने टॉप-अप के लिए प्री-डेबिट नोटिफिकेशन को हटा दिया है। यूजर्स का वॉलेट बिना किसी एडिशन ऑथेंटिकेशन के अपने आप टॉप-अप हो जाएगा। जैसे ही यूपीआई वॉलेट का बैलेंस कम होगा, यूजर्स का वॉलेट अपने-आप टॉप हो जाएगा। हालांकि, इसके लिए यूजर के बैंक अकाउंट में पर्याप्त राशि होनी चाहिए।
UPI की ट्रांजैक्शन लिमिट
NPCI ने कुछ भुगतान के लिए UPI की डेली लिमिट को 1 लाख से बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दी है। यूजर्स अस्पताल, एजुकेशनल इंस्टिट्यूशन के भुगतान और IPO आदि के लिए UPI के जरिए एक दिन में 5 लाख रुपये तक का भुगतान कर सकते हैं। वहीं, इंश्योरेंस और शेयर मार्केट संबंधित लेन-देन के लिए 2 लाख रुपये तक का भुगतान कर सकेंगे।
UPI Circle
नेशनल पेमेंट कार्पोरेशन ने डेलिगेटेड पेमेंट सुविधा UPI Circle इस साल शुरू की है। इसमें प्राइमरी UPI यूजर अपने साथ फैमिली मेंबर्स और दोस्तों को अपने सर्किल में जोड सकेंगे। प्राइमरी यूजर के पास अपने सर्किल में मौजूद सेकेंडरी मेंबर्स की ट्रांजैक्शन लिमिट सेट करने का अधिकार रहता है। साथ ही, सेकेंडरी यूजर UPI ट्रांजैक्शन के लिए प्राइमरी मेंबर का बैंक अकाउंट यूज कर सकते हैं। हर यूपीआई ट्रांजैक्शन के लिए प्राइमरी मेंबर को अप्रूवल देने होता है।