इस मंदिर में सिर्फ पानी पीने भर जाती है सुनि गोद, केवल भभूत लगाने से सही हो जाते है कैंसर जैसे रोग
नई दिल्ली :- हमारे समाज में अनेक तरह की मान्यताएं होती है. हालांकि कुछ लोग इस तरह की मान्यताओं को अंधविश्वास बताते हैं परंतु उनके पीछे कोई ना कोई साइंटिफिक रीजन (Scientific Reason) भी जरूर छुपे होते हैं. हालांकि हम लोग इसके पीछे छुपे साइंटिफिक रीजन को न देखते हुए इसे एक मान्यता समझ कर अपनाते हैं. आज हम आपको एक ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं जिसमें चढ़े सिंदूर को अपनी मांग में लगाने और वहां का पानी पीने से निःसंतान को संतान प्राप्ति होती है.
मंदिर में पूजा करने से होती है संतान प्राप्ति
झारखंड की राजधानी रांची से 175 किलोमीटर दूर प्रसिद्ध मंगला गौरी मंदिर स्थित है. इस मंदिर में केवल झारखंड से ही नहीं अपितु बिहार, यूपी, छत्तीसगढ़ व अन्य कई राज्यों से लोग अपनी झोली भरने आते हैं. मान्यता है कि यहां आकर भभूत लगाने तथा यहां का पानी पीने से गंभीर रोग जैसे हृदय रोग, किडनी (Kidney) रोग लिवर रोग तथा कैंसर जैसी बड़ी बीमारियां भी ठीक हो जाती है. केवल इतना ही नहीं इस मंदिर की भभूत तथा पानी पीने से निःसंतानों को संतान प्राप्ति भी होती है.
मंदिर के पुजारी का बयान
इस मंदिर के पुजारी डॉक्टर अजय मिश्रा ने बताया कि यह मंदिर लगभग 200 साल पुराना है. मंदिर का जीर्णोद्धार सन 1980 में कराया गया था. यहाँ दूर – दूर से श्रद्धालु अपनी मनोकामना लेकर आते हैं. मंदिर में श्रद्धालु माता को भेंट करने के लिए अपने साथ फूल लेकर आते हैं. मंदिर के खुलने का समय सुबह 4:00 बजे से दोपहर 12:00 तक तथा शाम 5:00 से लेकर 10:00 तक है.
इस मंदिर में आते हैं सभी धर्म के लोग
मंदिर के पुजारी ने बताया कि यहां हर धर्म के लोग अपनी मनोकामना लेकर आते हैं. इस मंदिर में हिंदू, मुस्लिम, सिख, इसाई तथा सरदार सभी माता के दरबार में अपना मस्तिष्क झुकते हैं. इस मंदिर में पूजा अर्चना करने से की निः संतानों की गोद भर जाती है.