Indian Railways: ट्रेन में सोने को लेकर भारतीय रेलवे ने जारी किये नियम, जान लें नहीं तो लग सकता है भारी जुर्माना
नई दिल्ली, Indian Railways :- भारत में बड़ी संख्या में लोगों द्वारा ट्रेन से सफर किया जाता है. यदि आप भी Indian Railways से सफर करते हैं तो यह खबर आपके लिए काम की खबर है. रेलवे की तरफ से कुछ नियमों को बदला गया है जिसके बारे में आपको पूरी जानकारी होनी चाहिए. Indian Railways ने ट्रेनों में सोने के समय को बदल दिया है. पहले यात्री एसी कोच और स्लीपर में रात 9 बजे से लेकर सुबह 6 बजे तक सो सकते थे.
सोने का समय घटकर हुआ 8 घंटे
फिलहाल Indian Railways की ओर से बदले गए नियम के मुताबिक अब रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक ही सो पाएंगे. यानी अब सोने का समय घटकर 8 घंटे का हो चुका है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह परिवर्तन उन सभी ट्रेनों में प्रभावी होगा जिनमें सोने की व्यवस्था प्रदान की गई है. इससे बदलाव के पीछे मुख्य कारण यही है कि यात्रियों को अच्छी नींद मिले. रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक का समय सोने के लिए अच्छा माना जाता है. अगर आप भी Indian Railways में सफर करते हैं तो नए वक़्त के अनुसार सोना होगा. इससे आपको तथा अन्य यात्रियों को अच्छी नींद मिलेगी.
नीचे की सीट पर बैठे यात्रियों को होती है समस्या
जो यात्री लोअर Seat पर यात्रा करते है वह लंबे समय से शिकायत कर रहे थे कि मिडिल बर्थ पर यात्री रात में शीघ्र सो जाते हैं और सुबह देर तक सोते रहते हैं. इससे नीचे की सीट पर बैठे यात्री को काफ़ी समस्या होती है. कई बार इसे लेकर यात्रियों के बीच वाद विवाद भी हो जाता है. नए नियम के मुताबिक नीचे की सीट पर यात्रा कर रहे रिजर्व टिकट वाले यात्री, 10 बजे से पहले या 6 बजे के बाद अपनी सीट पर सोने का प्रयास नहीं कर सकते.
नियमों का उल्लंघन करने पर हो सकती है कार्यवाही
यदि कोई यात्री इन नियमों का उल्लंघन करता है, तो उस पर कार्यवाही की जा सकती है. मिडिल बर्थ पर यात्री रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक ही सो सकता है. इसके बाद उसे अपनी बर्थ को रिक्त करना होगा. बीच की सीट वाला यात्री रात 10 से सुबह 6 बजे तक बर्थ खोलकर सो पायेगा. सुबह 6 बजे के बाद, बीच वाली सीट को नीचे करना अनिवार्य है और आपको नीचे वाली सीट पर Shift होना होगा.