Indian Railways: बेकार नहीं होता रेलवे का वेटिंग टिकट, भारतीय रेलवे देता है ये 4 बड़ी सुविधाएं
नई दिल्ली :- भारतीय रेलवे केवल दुनिया का चौथा रेलवे नेटवर्क ही नहीं रखता बल्कि अपने साथ संस्कृति और विरासत का अहम इतिहास भी रखता है. रोजाना 13 हजार ट्रेनें करीब 4 करोड़ यात्रियों को एक जगह से दूसरी जगह पर पहुंचाती हैं. रेल में सफर करने के लिए 4 महीने पहले टिकट बुक कराना पड़ता है. जिन्हें कंफर्म टिकट नहीं मिल पाता, उन्हें रेलवे की ओर से RAC यानी रिजर्वेशन अगेंस्ट कैंसलेशन का टिकट मिलता है. इस टिकट के जरिए थोड़ी दिक्कत के साथ ही सही लेकिन आप एक जगह से दूसरी जगह का सफर तय कर सकते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि RAC टिकट पर भी आपको कई सुविधाएं मिलती हैं और रेलवे स्टाफ भी इन सुविधाओं को देने से इनकार नहीं कर सकता है. आइए जानते हैं कि वे सुविधाएं कौन सी हैं.
रेलवे देता है आधी सीट
भारतीय रेलवे के नियमों के मुताबिक, RAC टिकट वाले यात्री को रेलवे आधी सीट देती है. जबकि आधी सीट दूसरे यात्री की होती है. इससे आपको सोकर यात्रा का अवसर तो नहीं मिलेगा लेकिन आप बैठकर अपना सफर पूरा कर सकते हैं. वह सीट नंबर आप पीएनआर नंबर से जान सकते हैं. अगर आप चाहें तो दूसरे सहयात्री से बात करके बारी-बारी से रात में सो भी सकते हैं.
मिलती है बेडरोल की सुविधा
जिस यात्री के पास RAC का टिकट होता है. उसे रेलवे की ओर से बेडरोल किट (चादर और कंबल) की सुविधा दी जाती है. यदि आप एसी फर्स्ट, सेकंड या एसी थर्ड डिब्बे में सफर कर रहे हैं तो आरएसी के बावजूद आपको बेडरोल जरूर मिलेगा. यदि आपकी सीट पर वह उपलब्ध न हो तो आप कोच अटेंडेंट से कहकर मांग सकते हैं. एसी चेयर कार के यात्रियों को यह सुविधा नहीं मिलती है.
वेटिंग हॉल में कर सकते हैं आराम
भारतीय रेलवे के नियमों के मुताबिक, यदि आपके पास आरएसी का टिकट है लेकिन आपकी ट्रेन आने में काफी समय है तो आप रेलवे के वेटिंग हॉल में इंतजार कर सकते हैं. चूंकि आपने टिकट का पूरा किराया चुकाया है. इसलिए रेलवे स्टाफ आपको वेटिंग हॉल का इस्तेमाल करने से नहीं रोक सकता.
सीट पर मिलता है तैयार भोजन
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, RAC टिकट वाले यात्रियों को भी ट्रेन में भोजन की सुविधा मिलती है. यह सुविधा एसी फर्स्ट और सेकंड क्लास के यात्रियों को मिलती है. जिनका टिकट कंफर्म होता है, उनके साथ ही आरएसी वालों को भी सीट पर भोजन सर्व किया जाता है.