Indian Railways: भारतीय रेल में इतने साल तक के बच्चे का नही लगता टिकट, ये उम्र होने के बाद टिकट लेना हो जाता है जरुरी
नई दिल्ली, Indian Railways :- हमारे देश में रेल यात्रा कों सबसे ज्यादा सुगम माना जाता है. हर दिन लाखों लोग रेल के माध्यम से सफर करते है. रेल यात्रा सुगम होने के साथ-साथ किफायती भी है. रेल का व्यापक नेटवर्क देश के कोने-कोने को आपस में जोड़ता है. रेल की सहायता से यात्रियों को अपने गंतव्य तक पहुंचने में आसानी होती है. पर जब बच्चों के साथ यात्रा करने की बात आती है, तो भारतीय रेलवे की तरफ से कुछ विशेष नियम बनाए गए है.
Railway के नियमों में हर अभिभावक कों हो जानकारी
ऐसे में हर अभिभावक कों इन नियमों के बारे में पता होना चाहिए. भारतीय रेलवे के अनुसार वे बच्चे जिनकी उम्र एक से चार साल के बीच होती है, उन्हें ट्रेन में मुफ्त यात्रा की सुविधा दी जाती है. इस उम्र के बच्चों के लिए न तो कोई Ticket जरूरी होता है और न ही उनके लिए किसी प्रकार का रिजर्वेशन कराने की आवश्यकता होती है. यह नियम उन अभिभावकों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है जो छोटे बच्चों के साथ यात्रा करना चाहते हैं.
इस उम्र के बच्चों के लिए टिकट लेना होता है अनिवार्य
जब बच्चे की उम्र 5 से 12 साल के बीच होती है तो उनके लिए ट्रेन टिकट लेना Compulsary हो जाता है. पर रेलवे ने इस उम्र के बच्चों के लिए हाफ टिकट की सुविधा दें रखी है. बस इसके लिए एक शर्त है कि उन्हें अलग से Seat की जरूरत न हो. यह सुविधा उन अभिभावकों के लिए आर्थिक रूप से लाभकारी है जो अपने बच्चों को साथ लेकर सफर करते है.
अगर चाहते हैं अलग सीट तो लेनी होगी पूरी टिकट
अगर अभिभावक अपने बच्चे के लिए Berth या सीट Reserve करना चाहते हैं, तो उन्हें 5 से 12 साल के बच्चे के लिए पूरा टिकट खरीदना होता है और पूरा किराया देना होता है. यह नियम उन बच्चों के लिए प्रभावी होता है जिनके लिए यात्रा के दौरान एक अलग सीट या बर्थ की जरूरत पड़ती है.