Ateli News: अटेली की बेटी मनीषा यादव ने UPSC में लहराया परचम, पुरे देश में प्राप्त की 5th रैंक
अटेली :- आजकल ऐसा कोई भी क्षेत्र नहीं है जिसमें महिलाओं का योगदान न हो. खेलों के मैदान से लेकर पढ़ाई तक महिलाएं नाम रोशन कर रही है. हर क्षेत्र में महिलाएं यही साबित कर रही है कि वह किसी भी मामले में पुरुषों से पीछे नहीं है. इसी के चलते हरियाणा की एक और बेटी ने हरियाणा का नाम चमकाया है. जी हाँ आपको बता दें कि भारतीय संघ लोक सेवा (UPSC) द्वारा आयोजित भारतीय स्टेटिक्स सर्विस परीक्षा में महेंद्रगढ़ जिले के रातांकलां गांव की बेटी मनीषा यादव ने पूरे भारत में 5वीं रैंक प्राप्त की है.
दूसरे प्रयास में पाया पांचवा स्थान
ऐसा करके उन्होंने न केवल अपने इलाके का बल्कि हरियाणा का भी नाम रोशन किया है. मनीषा के माता-पिता का कहना है कि उन्हें अपनी बेटी पर गर्व है. मनीषा यादव के पिता व माता ने बातचीत के दौरान बताया कि मनीषा शुरुआत से ही पढ़ाई में बहुत अच्छी विद्यार्थी रही है. उन्होंने अपने दूसरे Attempt में इस प्रतिष्ठित परीक्षा को पास किया तथा 5वाँ Rank प्राप्त किया है. आप ये लेख KhabriExpress.in पर पढ़ रहे है. आपकी इस पोस्ट के बारे मे क्या राय है मुझे कॉमेंट बॉक्स मे जरूर बताएं.
देश की सेवा करना मुख्य लक्ष्य
मनीषा ने अपनी प्राथमिक शिक्षा गांव से ही की है तथा 12वीं की पढ़ाई केंद्रीय विद्यालय जयपुर से पूरी की. इसके बाद मनीषा ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से बीएससी और एमएससी की है. मनीषा का कहना है कि उनका Main लक्ष्य देश की सेवा करना है. मनीषा की इस सफलता का श्रेय उसकी मेहनत, लगन और परिवार के आशीर्वाद को जाता है.
बचपन से ही पढ़ाई में थी अव्वल
मनीषा ने बताया कि वे तीन बहने है तथा वह तीनों बहनों में सबसे छोटी है. लेकिन उनके पिता ने कभी भी उनको किसी चीज की कमी नहीं खलने दी. इस परीक्षा में पांचवा रैंक हासिल करके मनीषा ने सफलता का परचम लहरा दिया है. मनीषा के चचेरे भाई महताब नंबरदार ने बताया कि वह बचपन से ही होशियार रही है. मनीषा के भाई ने बताया कि आदित्य सिंह यादव आईआरएस, हमारे परिवार से ही है जिन्होंने भारतीय प्रशासनिक सेवा में उच्च रैंक प्राप्त किया था.
बिना कोचिंग के ही प्राप्त की सफलता
मनीषा की इस सफलता पर पूरे परिवार के साथ साथ गांव में भी खुशी का माहौल बना हुआ है. सभी लोग उन्हें बधाइयां तथा आशीर्वाद दे रहे हैं. मनीषा के पिता देवेन्द्र यादव इंडियन आर्मी से रिटायर्ड हैं जबकि मां स्नेहलता घर संभालती हैं. परिजनों का कहना है कि बेटी मनीषा ने बिना कोचिंग लिए ही इंटरनेट और दोस्तों की सहायता से पढ़ाई कर यह मुकाम पाया है. मनीषा ने भी अपनी सफलता का श्रेय अपने परिजनों व माता-पिता को दिया है. मनीषा ने कहा कि बेटियां आज किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है यदि उन्हें आगे बढ़ने दिया जाए तो कोई भी लक्ष्य उनके लिए बड़ा नहीं है.