Jeera Mandi Bhav: अब खानी पड़ सकती है बिना तड़के की दाल, हजारों रूपए किलो पहुंचा जीरे का भाव
नई दिल्ली, Jeera Mandi Bhav :- बढ़ती महंगाई ने आम आदमी की कमर तोड़ दी है. Kitchen की कई चीजें भी आम जनता की पहुंच से दूर होती जा रही है. बारिश के कारण देश में महंगाई अपने चरम पर जा पहुंची है. इससे आम जनता के साथ- साथ खास लोगों की रसोई का Budget भी डगमगा गया है. हरी सब्जियों के बाद यदि किसी खाने की चीज़ की कीमतों में सबसे ज्यादा वृद्धि देखने को मिली है, तो वें मसालें है. ज़ी हाँ, मसालो के दाम आसमान छू रहे है.
कुछ मसालों के दाम हुए दुगुने
बीते एक Month में मसालों की कीमत में कई गुना वृद्धि देखी गई है. आम आदमी के लिए दाल में तड़का लगाना काफी मुश्किल हो गया है क्योंकि जीरे (Jeera Mandi Bhav) समेत कई मसालों के दाम बढ़ चुके हैं. ध्यान देने वाली बात यह है कि पिछले 15 दिन में ही कुछ मसालों के Rate में Double बढ़ोतरी दर्ज की गई है. इससे हर वर्ग के लोगों की जेब पर प्रभाव पड़ा है. एक Report के अनुसार,बारिश के कारण मात्र हरी सब्जियां ही नहीं बल्कि मसाले, दूध और अन्य खाद्य उत्पाद की कीमतें भी बढ़ी हैं. महंगाई का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जो जीरा (Cumin) थोक भाव (Jeera Mandi Bhav) में पिछले साल 300 रुपये किलो था, वह अब 700 रुपये से भी ज्यादा में Sale किया जा रहा है.
फरवरी और मार्च में हुई बेमौसम बारिश ने फसल पर डाला प्रभाव
वही, खुदरा Market में यह 1000 रुपये लेकर 1200 रुपये किलो मिल रहा है. इससे ग्राहक के साथ- साथ व्यापारी भी चिंतित है. व्यापारियों ने कहा कि उन्हें बिल्कुल उम्मीद नहीं थी कि जीरा इतना महंगा हो जाएगा. वहीं, कृषि विशेषज्ञों की माने तो इस साल February और March महीने में हुई बेमौसम बारिश ने की फसल को काफी प्रभावित किया है. यही कारण रहा है कि 2 माह के अंदर जीरा इतना ज्यादा महंगा हो गया. Monsoon के आने के बाद अचानक दूसरे मसाले भी महंगे हो गए. खास कर हल्दी और लाल मिर्च की कीमत में Double से भी ज्यादा इज़ाफ़ा हुआ है.