Jind News: विदेशी मैम पर दिल हार बैठे थे जींद के शादीशुदा महाराज, 50,000 रुपए में बना ली थी बीवी
जींद :- आजादी से पहले भारत में तमाम प्रिंसिपले रियासतें हुआ करते थी. इनका कामकाज राजा महाराजाओ द्वारा संभाला जाता था. इन राजा- महाराजाओं की जीवन शैली काफी लग्जरी होती थी. आप सभी लोगों ने भी इनके शादी- विवाह और प्रेम प्रसंगों को लेकर कई अजीब -अजीब बातें सुनी होंगी. इन्हीं में से उत्तर भारत की एक धनी रियासत के महाराजा एक विदेशी नर्स पर इतने मुग्ध हो गए थे कि उससे शादी करने के लिए उन्होंने उसे 50000 रूपये में खरीद लिया था, बता दे कि उस समय यह रकम काफी बड़ी होती थी.
जानिये जींद के महाराजा की प्रेम कहानी
हम जींद के महाराजा की बात कर रहे हैं उनका नाम राजा रणबीर सिंह है. उनका दिल बेल्जियम की ओलिव पर आ गया था. वह ओलिव से मिलने लगे और उन्हें महंगे से महंगे Gift देते थे. तब वह अपने परिवार के साथ मुंबई में आने के बाद वहां के एक अस्पताल में नर्स का काम करने लगी थी. धीरे-धीरे दोनों का मेल मिलाप बढ़ने लगा. एक समय ऐसा आया जब महाराजा को लगा कि वह ओलिव के बिना अब नहीं रह सकेंगे, तो उन्होंने उससे शादी करने का प्लान बना लिया. परंतु ऑलिव की मां इसके लिए बिल्कुल भी राजी नहीं हुई. उस Time के फेमस अखबार ट्रिब्यून में भी रिपोर्ट छापी गई थी.
8 साल की उम्र में भी गए थे राजा
जींद हरियाणा की सबसे पुरानी रियासतों में से एक है. पहले जयंतपूरा के नाम से जाना जाता था. बता दे कि यहां पर जयंता देवी का एक पुराना मंदिर भी था. माना जाता है कि यह मंदिर भगवान विष्णु के पुत्र जयंत ने बनवाया था. जैसे ही सागर मंथन में अमृत निकला, उसे लेकर जयंत सुरक्षित स्थान की ओर दौड़ पड़े. उसे छिपाने के लिए उन्हें जींद सबसे सुरक्षित जगह लगी. महाराजा रणबीर सिंह जींद रियासत के महाराजा थे. Jind रियासत की स्थापना राजा गणपत सिंह ने 1763 इस्वी में की थी. इस रियासत की राजधानी जींद में ही थी, परंतु बाद में संगरूर को राजधानी बना दिया गया. महाराजा रणबीर सिंह इस रियासत की 6 वे राजा थे. जब 1887 में उन्हें राजा बनाया गया, तो उनकी उम्र महज 8 साल थी.
जींद के महाराजा की कुछ अजीबोगरीब आदतें
आप ये लेख KhabriExpress.in पर पढ़ रहे है. आपकी इस पोस्ट के बारे मे क्या राय है, मुझे कॉमेंट बॉक्स मे जरूर बताएं. जब महाराजा रणबीर सिंह बड़े हुए तो उनकी कई आदतें काफी अजीबोगरीब थी. वह काफी लेट सोकर जागते थे. वही जब भी वह सो कर उठते थे, तो उनकी इच्छा थी कि उनकी सभी रानियां उनके पैर दबाती हुई उन्हें दिखाई दे. महाराजा अंधविश्वास में भी काफी विश्वास करते थे. उनके ज्योतिषी करण चंद्र हमेशा उनके साथ ही रहते थे. महाराजा को बिलियर्ड्स खेलने और जुआ लगाने का काफी शौक था. जिस वजह से वह मोटा पैसा इसी में हारते थे. महाराजा चाहते थे कि वह किसी विदेशी महिला को अपनी रानी बनाए.
लट्टू हो गए थे महाराजा
कार्लाइट नें अपनी किताब में ओलिव मोनोलेस्कू नाम की बेल्जियम सुंदरी का भी जिक्र किया है. राजा का दिल ओलिव पर आ गया, ओलिव से वह मुंबई में मिले थे. बता दें कि महाराजा की उनसे पहली मुलाकात मसूरी में हुई थी. जहां देश के राजा- महाराजा अक्षर पार्टियां करते थे. उन पार्टियों में तमाम अंग्रेज अफसर और उनकी वाइफ भी शामिल होती थी. इसी प्रकार की एक पार्टी में महाराजा रणबीर सिंह को भी इनवाइट किया गया था. बता दे कि महाराजा पहले से ही विवाहित थे उनकी दो सिख बीविया थी डेल्मा और गुरु चरण कौर, लेकिन वह ऑलिव से मिलकर और उनसे बातें करके उन पर लट्टू हो गए थे और लगातार उनसे मिलने की कोशिश करते रहते थे. इसके बाद ओलिव और महाराजा की शादी एक प्राइवेट समारोह में संगरूर में हुई. शादी के लिए ओलिव को अपना धर्म बदलना पड़ा और उसका नाम भी बदलकर जसवंत कौर कर दिया गया.