Jind News: बस यात्रियों के लिए आई राहत बड़ी खबर, अब दिल्ली के लिए फिर से उड़ान भरेंगी हरियाणा रोडवेज की बसें
जींद :- जैसा कि आपको पता है कि हरियाणा के कुछ हिस्सों में पिछले काफी दिनों से तेज बरसात देखने को मिल रही है. बारिश की वजह से जलभराव की स्थिति काफी सामान्य हो गई है. इसी वजह से यातायात व्यवस्था पूरी तरह से ठप हो गई थी. लोगों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था. इसी दिशा में अब एक राहत भरी खबर सामने आई है. इसको सुनकर यात्रियों को थोड़ी राहत अवश्य मिलेगी.
जींद- दिल्ली रूट पर फिर से शुरू हुआ बसों का संचालन
तकरीबन 1 सप्ताह के बाद जींद- दिल्ली रूट को फिर से शुरू कर दिया गया है. इस खबर से सभी यात्रियों ने काफी राहत की सांस ली. कल दोपहर 12:00 बजे व 3:50 मिनट पर जींद से दिल्ली के लिए बस रवाना हुई. आज से दिल्ली रूट पर जाने वाली बसों का सुचारू रूप से संचालन शुरू हो जाएगा, जिससे यात्री भी काफी खुश है. बता दें कि सामान्य तौर पर दिल्ली और जींद रूट पर 10 बसें चलाई जाती है. जींद से दिल्ली के लिए पहली बस सुबह 5:10 पर चलती है, इसके बाद 6:20 मिनट पर, इसी प्रकार आखिरी बस दोपहर 3:50 मिनट पर Jind से दिल्ली के लिए चलती है.
इन रूटों पर बसों के संचालन पर लगाई गई थी रोक
रोजाना हजारों की संख्या में यात्री इन बसों के जरिए सफर करते हैं. हरियाणा के कुछ हिस्सों में काफी भारी बारिश हुई है, जिस वजह से चंडीगढ़, पटियाला, दिल्ली सहित प्रदेश के अन्य जिलों में भी जलभराव की काफी भयंकर स्थिति पैदा हो गई थी. जिसकी वजह से jind- Delhi रूट को भी बंद करने का फैसला लिया गया था. 10 जुलाई से ही Chandigarh Route पर बसों के संचालन पर रोक लगा दी गई थी, उसके बाद 4 दिन बाद बस सेवा फिर से शुरू की गई. इसी प्रकार अब 1 सप्ताह के बाद दिल्ली रूट को भी बहाल कर दिया गया.
जींद डिपो को 7 दिनों में हुआ 10 लाख से ज्यादा का नुकसान
इस फैसले से रोडवेज के अधिकारियों के साथ-साथ यात्रियों ने भी काफी राहत भरी सांस ली. पिछले 1 हफ्ते से बसों का संचालन नियमित रूप से नहीं हो पा रहा था. जिस वजह से Roadways डिपो को भी तकरीबन 10 लाख रूपये से ज्यादा का नुकसान उठाना पड़ा. आमतौर पर जींद डिपो की 150 से ज्यादा बसें 33000 किलोमीटर दिन भर में सफर तय करती थी, जिससे डिपो को 10 लाख से ज्यादा रुपए का राजस्व प्राप्त होता था. बसों के संचालन पर रोक की वजह से राजस्व प्राप्त नहीं हुआ.