सर्दियों में दुधारू पशुओं के लिए बस कर दे ये काम, दो से तीन गुना बढ़ जाएगा दूध
नई दिल्ली :- कृषि विज्ञान केंद्र सुलतानपुर में कार्यरत पशु चिकित्सा वैज्ञानिक डॉक्टर दिवाकर वर्मा ने बताया कि ठंड के मौसम में पशुओं को संतुलित आहार देना चाहिए. जिसमें ऊर्जा, प्रोटीन, खनिज तत्व, पानी, विटामिन और वसा समेत आदि पोषक तत्व मौजूद रहें. सर्दियों के दिनों पशुओं की विशेष देखभाल की जरुरत होती है. ऐसे में पशुओं के खान-पान और दूध निकालने के समय में कोई परिवर्तन नहीं करना चाहिए. खान पान में सावधानी बरतना चाहिए और दुधारू पशुओं को बिनौला अधिक मात्रा में खिलाना चाहिए.
सर्दी में पशुओं को हरा चारा जैसे बरसीम पशुओं को देना चाहिए, लेकिन इस बात का ध्यान रहे कि सिर्फ हरा चारा खिलाने से अपचन भी आ जाती है. ऐसे में हरे चारे के साथ सूखा चारा मिलाकर ही खिलाएं. क्योंकि 4 किलो बरसीम 1 किलो दाना की बचत कराता है.वहीं, अगर पशुओं में दुग्ध की मात्रा बढ़ानी है तो 20-25 किलो हरा चारा (दलहन) 5-10 किलो सूखा चारा के साथ मिला कर दें. इसके अलावा विभिन्न तरह की खली, सरसों का खली, कपास खली, मूंगफली का खली, सोयाबीन खली आदि भी देना चाहिए.
सर्दी में जमीन पर काफी नमी रहती है. ऐसे में वह चाहे मिट्टी हो या फिर फर्श. इस नमी की वजह से पशुओं को सर्दी लग सकती है. ऐसे में जमीन पर पुराने कपड़े तथा धान की पराली को बिछाना चाहिए, जिससे पशुओं को सर्दी से बचाया जा सके और उस पराली को बाद में जैविक खाद के रूप में परिवर्तित भी कर देना चाहिए.