Jyotish: पूजा के समय अगर इस तरह से बजाते हैं घंटी तो पड़ सकते हैं लेने के देने, इस तरीके से भरेंगे धन के भंडार
ज्योतिष डेस्क :- हिंदू धर्म में वास्तु शास्त्र की खूब मान्यता है. बहुत से लोग अपने सभी काम Vastu Shastra के अनुसार करते हैं. वास्तुशास्त्र में अनेक चीजों का वर्णन किया गया है जिन्हें अपनाकर हम हमारे जीवन को सुखी एवं समृद्ध बना सकते हैं. पुरानी मान्यताओं के अनुसार यदि हम हमारे काम वास्तु शास्त्र के अनुसार करते हैं तो हमें अपार सफलता मिलती है वहीं दूसरी तरफ वास्तु के अनुसार ठीक नहीं होने पर आपको इसके विपरीत परिणाम भी भुगतने पड़ सकते हैं.
मंदिर के प्रवेश द्वार पर क्यों लगा होता है घंटा
वास्तु शास्त्र के अनुसार घंटी बजाना भी बेहद शुभ माना जाता है. मंदिर हो या अपने घर का पूजा घर आपने घंटी तो देखी होगी. Pooja के दौरान अक्सर घंटी बजाई जाती है. कहा जाता है कि घंटी बजाये बिना पूजा पूर्ण नहीं होती. मंदिर के प्रवेश द्वार पर भी बड़ा सा घंटा लटका होता है जिसे लोग Mandir में प्रवेश करते ही बजाते हैं. घंटी बजाने का धार्मिक महत्व तो है ही इसी के साथ Scientists ने भी इसके महत्व को प्रमाणित किया है. वैज्ञानिकों ने भी सिद्ध किया है कि घंटा बजाने से Positive Energy आती है.
पूजा के दौरान घंटी बजाना माना जाता है बेहद शुभ
घंटी के बारे में तो सबको पता है लेकिन बहुत से लोगों को नहीं पता कि घंटे के ऊपर किस देवता का चित्र होता है. आपको बता दे कि पूजा-पाठ में इस्तेमाल की जाने वाली घंटी को गरुड़ घंटी के नाम से जाना जाता है. घंटी पर गरुड़ देवता का ही चित्र बना होता है, इसलिए इसे गरुड़ घंटी कहा जाता हैं. पूजा के दौरान गरुड़ घंटी बजाना बेहद शुभ होता है. घंटी की आवाज से आसपास की Negative ऊर्जा खत्म होती है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. साथ ही माना जाता है कि गरुड़ घंटी बजाने से भक्त की मनोकामना भी पूर्ण होती है.
घंटी बजाने से होती है मोक्ष की प्राप्ति
Hindu धर्म के अनुसार गरुड़ देव भगवान विष्णु के वाहन है. घंटी में गरुड़ देव का चित्र इसलिए होता है ताकि गरुड़ देव वाहन के तौर पर भक्तों की मनोकामना भगवान विष्णु तक लेकर जाते हैं और भगवान अपने भक्तों की मनोकामना पूरी करते हैं. साथ ही यह भी माना जाता है कि गरुड़ घंटी बजाने से व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति भी होती है. आरती के दौरान भी घंटी या घंटे जरूर बजाये जाते हैं. हिन्दू धर्म के मुताबिक जिस नाद से सृष्टि की रचना हुई है वैसा ही नाद गरुड़ घंटी से निकलता है, इसलिए गरुड़ घंटी से निकले इस नाद को Special माना जाता है. इसी के चलते हर मंदिर के प्रवेश द्वार पर ही घंटा लटकाया जाता है. जैसे ही कोई भक्त मंदिर में प्रवेश करता है वह घंटा बजाता है इससे आसपास का माहौल सकारात्मक हो जाता है.