जाने कौन हैं हरियाणवी सिंगर मासूम शर्मा, जिनके 3 गानों पर सरकार ने लगाया बैन
नई दिल्ली :- हरियाणा सरकार ने सिंगर मासूम शर्मा के तीन गानों को यूट्यूब से हटा दिया है. उनका दावा है कि ये गन कल्चर को बढ़ावा देते हैं. इस घटना के बाद इस मामले पर खुद सिंगर मासूम शर्मा ने चुप्पी तोड़ी है. उन्होंने फेसबुक पर लाइव आकर इस मामले के बारे में चुप्पी तोड़ी है और राज्य सरकार के पब्लिसिटी सेल के एक अधिकारी पर गंभीर आरोप लगाए हैं. मासूम के मुताबिक, उस आदमी के साथ उनका छत्तीस का आंकड़ा चल रह है. मासूम के साथ नरेंद्र भगाना और अंकित बालियान के भी एक-एक गाने को सरकार मे बैन किया है. इस चर्चाओं के बीच अब लोग ये जानना चाह रहे हैं कि आखिर ये मासूम शर्मा कौन हैं. ये पहली बार नहीं है कि मासूम विवादों में फंसे हो, इससे पहले भी उनका नाता विवादों से रहा है. चलिए आपको बताते हैं कौन हैं मासूम शर्मा, कौन से हैं वो गानें जो सरकार ने बैन किए और पहले उनका नाम विवादों में कब आया.
कौन हैं मासूम शर्मा?
मासूम शर्मा 33 साल के यंग हरियाणवी सिंगर हैं. वह हरियाणवी पॉप गाने बनाते हैं. वह सिंगर के अलावा म्यूजिक कंपोजर और गीतकार भी हैं. उन्होंने साल 2009 में म्यूजिक एल्बम ‘जलवा हरियाणा’ से डेब्यू किया था. उन्होंने ‘जप नाम भोले का’ (2021), ‘2 नंबरी’ (2021), ‘गुंडे ते प्यार’ (2021), ‘ट्यूशन बदमाशी का’ (2022), ‘भगत आदमी’ (2022), ‘एक खतोला जेल के भीतर’ (2023), ‘बदमाशा का ब्याह ‘(2024) और ‘लोफर’ (2024) जैसे गानों को अपनी आवाज से सजाया है.
हरियाणा सरकार ने मासूम के 3 गानों पर क्यों लगाया बैन?
मासूम शर्मा के तीन गानों को राज्य सरकार ने बैन कर दिया है. ये तीन गानें हैं ‘ट्यूशन बदमाशी का’, ’60 मुकादम’ और ‘खटोआ’. इन तीनों गानों को यूट्यूब से हटा दिया गया है. इसके पीछे तर्क दिया गया है कि ये गाने कथित तौर पर गन कल्चर को बढ़ावा देते हैं. गन कल्चर को बढ़ावा देने वाले गाने चिंता का कारण रहे हैं.
मासूम ने तोड़ी चुप्पी, कही ये बात
मासूम ने गानों के बैन का विरोध करते हुए दावा किया है कि उसके साथ भेदभाव किया जा रहा है. फेसबुक लाइव में उन्होंने हरियाणा सरकार के पब्लिसिटी सेल के एक अधिकारी पर उनके साथ भेदभाव करने का आरोप लगाया. उन्होंने आरोप लगाया कि अधिकारी, जो अब सरकार में एक ऊंचे पद पर है, उन्होंने पुराने लड़ाई के कारण ये कार्रवाई की है. मासूम ने कहा कि उनके साथी हरियाणवी कलाकारों नरेंद्र भगाना और अंकित बालियान का एक गाना भी यूट्यूब से हटा दिया गया. ताकि यह दिखाया जा सके कि उनके साथ ये अकेले नहीं किया जा रहा है. सिंगर ने आरोप लगाया कि उक्त अधिकारी ने सूरजकुंड मेले में एक दूसरे हरियाणवी गायक केडी दानोदा का शो भी रद्द कर दिया.
‘संगीत की आड़ में अश्लीलता नहीं दिखाई देती’
सिंगर ने आगे तर्क दिया कि जहां उनके गानों को गुंडागर्दी को बढ़ावा देने वाला बताया जा रहा है, वहीं हरियाणा सरकार ने लोक संगीत की आड़ में अश्लीलता को बढ़ावा देने वाले कलाकारों पर आंखें मूंद ली हैं. मासूम ने यह भी कहा कि अगर इस तरह की भेदभावपूर्ण प्रथाएं जारी रहीं तो लंबे समय में हरियाणवी म्यूजिक इंडस्ट्री को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि अगर हरियाणवी कलाकारों की आजादी से छेड़छाड़ की गई तो हरियाणवी संगीत के फैंस फिर पंजाबी संगीत की ओर रुख करेंगे. उन्होंने राज्य सरकार के उन अधिकारियों पर हमला बोला जो जानबूझकर हरियाणवी संगीत पर बैन लगा रहे हैं क्योंकि वे नहीं चाहते कि स्थानीय कलाकार सफल हों.
मासूम शर्मा का विवादों से रहा है नाता
मासूम शर्मा कई बार विवादों में भी रहे. रिपोर्ट्स के मुताबिक, साल 2021 मासूम शर्मा और तीन अन्य लोगों के खिलाफ एक महिला को कथित तौर पर ब्लैकमेल करने के कारण केस दर्ज किया गया था. महिला ने जुलाना पुलिस थाने में मासूम शर्मा के भाइयों पर रेप का आरोप लगाया था. साल 2022 मासूम शर्मा फिर सुर्खियों में तब आए, जब हरियाणा के कॉमेडियन विश्वास चौहान ने सिंगर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी और आरोप लगाया कि सिंगर ने उनके घर उन पर रिवॉल्वर से गोली चलाई थी, लेकिन गोली उन्हें लग नहीं पाई. विश्वास का आरोप था कि मासूम शर्मा ने पहले उनके साथ झगड़ा किया और बात बढ़ी तो गोली चला दी.