Krishi Bima Yojna: हरियाणा के किसानों के लिए ये सरकारी योजना बनी ‘अंधे की लकड़ी’, अभी तक खातों में भेजे 7648 करोड़ रूपए
चंडीगढ़ :- जैसा कि आपको पता है कि केंद्र सरकार की तरफ से किसानों के लिए कई प्रकार की योजनाएं चलाई जाती है. इन योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों की सहायता करना होता है. किसानों को फसल खराब के मुआवजे के लिए पूर्व में संचालित राष्ट्रीय कृषि बीमा योजना, मौसम आधारित फसल बीमा योजना और संशोधित राष्ट्रीय कृषि बीमा योजना आदि कई प्रकार की योजनाएं चलाई जा रही है, परंतु इन सभी योजनाओं में से प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना किसानों के लिए ज्यादा लाभदायक साबित हुई है.
किसानों के लिए फायदेमंद साबित हुई है यह योजना
साल 2005 से लेकर 2014 तक संचालित तीन अलग-अलग बीमा योजनाओं के तहत हरियाणा में किसानों को फसल खराब होने के बदले जहां केवल 164 करोड़ 30 लाख रुपए का क्लेम ही मिल पाया है. वही साल 2016 में शुरू हुई प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के लागू होने के बाद अब तक किसानों को 7648 करोड़ 33 लाख रूपये का क्लेम मिल चुका है. वहीं इसी दौरान किसानों की तरफ से अपनी जेब से तकरीबन 1900 करोड़ से ज्यादा का प्रीमियम भी दिया गया है.
बीमा कंपनियों की तरफ से लिया गया 6000 करोड़ से ज्यादा का प्रीमियम
किसानों की तरफ से प्रीमियम से करीब 4 गुना राशि क्लेम मे ली गई है. वही इस दौरान प्रदेश सरकार की तरफ से करीब 2500 करोड रुपए और केंद्र सरकार ने 2200 करोड रुपए से ज्यादा का प्रीमियम सरकारी खजाने से बीमा कंपनियों को भी दिया है. इसी प्रकार बीमा कंपनियों की तरफ से कुल 6000 करोड रुपए से ज्यादा का प्रीमियम लिया गया है. इसके बावजूद उन्हें प्रीमियम की तुलना में किसानों को क्लेम में करीब 835 करोड रुपए ज्यादा का भुगतान करना पड़ा हैं.