Mahendragarh News: रोडवेज बसों की कमी से भर रहे प्राइवेट बसों के खजाने, लोकल रूट पर चला रहे मनमानी
नारनौल :- जैसा कि आपको पता है कि नारनौल- महेंद्रगढ़ रूट पर हरियाणा Roadways बसों की संख्या काफी कम है. वहां नाम मात्र की बसें ही एक दो चक्कर लगाती है. इसके विपरीत, निजी बस ऑपरेटर इस बात का जमकर फायदा उठा रहे हैं और वह यात्रियों से भी मुंह मांगी कीमत वसूल रहे हैं.हरियाणा रोडवेज के बसों की कमी की वजह से यात्रियों को ज्यादा किराए का भुगतान करना पड़ रहा है. निजी बस ऑपरेटरों की मनमानी इतनी बढ़ गई है कि वह सवारियों से अपनी मर्जी से किराया वसूल कर रहे हैं.
हरियाणा सरकार के राजस्व को हो रहा है मोटा नुकसान
वहीं रोडवेज के अधिकारी भी इस मामले में किसी प्रकार का कोई संज्ञान नहीं ले रहे हैं. जिन अधिकारियों को इस मामले में संज्ञान लेने का अधिकार है, उस आईटी विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी तो खुद निजी बस ऑपरेटरों के साथ सांठगांठ में रहते हैं. ऐसा करने से यात्रियों के साथ-साथ राज्य सरकार को भी राजस्व का मोटा नुकसान हो रहा है.यदि यहां पर Haryana Roadways की बसें चलती, तो प्राइवेट ऑपरेटर अपनी मर्जी से किराया वसूल नहीं कर पाते. Private ऑपरेटर अपनी मर्जी से किराया वसूल करके अपनी जेब भरने में लगे हुए हैं, जिससे राजस्व का पैसा भी कहीं और ही जा रहा है.
बसों की कमी की वजह से यात्रियों को भी हो रही है काफी परेशानियां
महेंद्रगढ़ व नारनौल बस डिपो तथा महेंद्रगढ़ में सब बस डिपो बना हुआ है. दोनों का ही संचालन जिला हेडक्वार्टर नारनौल से किया जाता है. मौजूदा समय में नारनौल बस डिपो के पास 107 बसे है, जो सड़कों पर दौड़ रही है.वही 20 बसें प्राइवेट है, जो Government की तरफ से KM Scheme के तहत चलाई जाती है. यदि आंकड़ों की बात की जाए तो नारनौल डिपो में लगभग 180 बसों को स्वीकृति मिली हुई है, परंतु 127 बसें ही सड़कों पर दौड़ती हुई नजर आती है. 10 बसें तो रोजाना ही खराब होने की वजह से रूट को ही पूरा नहीं कर पाती.बसों की कमी की वजह से यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
लोकल रूट पर नहीं चलाई जा रही ज्यादा बसें
हरियाणा रोडवेज की तरफ से किलोमीटर स्कीम पर जो भी बसें चलाई जाती है, उनका मेन फोकस लंबे रूटों पर होता है. इनमें से अधिकांश बसें तो नारनौल से दिल्ली, जयपुर, अलवर, झुंझुनू, रोहतक व चंडीगढ़ आदि रूटों पर चलाई जाती है. लोकल रूटों पर बसें ना के बराबर ही चलती है. इसी वजह से यात्री काफी परेशान हो रहे हैं. लोकल रूटों पर Haryana Roadways की बसों की बजाए प्राइवेट बसों का जमावड़ा रहता है.