केले और नींबू की खेती कर खुद ही बदल दी अपनी किस्मत, समाज के लिए मिसाल बने मुकेश यादव
चंडीगढ़ :- आज की इस खबर में हम आपको हरियाणा के एक ऐसे किसान के बारे में जानकारी देने वाले हैं, जो खेती के जरिये ही लाखों रुपए की कमाई कर रहे हैं. हम मुकेश यादव की बात कर रहे हैं. इन्होंने न्यूनतम समर्थन मूल्य पर बिकने वाली गेहूं धान की सामान्य फसलों की बजाय फल/ सब्जियों की आधुनिक खेती को शुरू कर दिया था और आज उनकी मेहनत भी रंग लाई. आज वह अमरुद /नारंगी/ अनार /मूली /गाजर/ टमाटर/ केला/ पपीता/ सरसों/ पालक/ शलगम/ प्याज/ आलू/ मटर /टमाटर आदि की खेती करते हैं.
यह किसान बने लाखों लोगो के लिए प्रेरणा
मुकेश यादव की तरफ से जानकारी देते हुए बताया गया कि आज की नई पीढ़ी खेती नहीं करना चाहती, क्योंकि उन्होंने अपने गांव के नजदीकी शहरों की चका चौंध देख ली है. मौजूदा समय में हरियाणा- पंजाब के किसान के खेत में बिहार/ मध्य प्रदेश /यूपी /राजस्थान आदि राज्यों के मजदूर काम कर रहे हैं. आज की युवा पीढ़ी खेती से दूर है, वह सरकारी व निजी नौकरियों को प्राथमिकता दे रही है. इसलिए जरूरी है कि किसानो की नई पीढ़ी को पहले खेती से जोड़ा जाए. अगर हम परंपरागत खेती को छोड़कर आधुनिक खेती की तरफ ध्यान दे तो, हम इसके जरिए न केवल बढ़िया उत्पादन कर पाएंगे बल्कि कमाई भी अच्छी होंगी.
आधुनिक खेती से कर रहे है अच्छी खासी कमाई
मुकेश यादव को पूसा संस्थान के नाम से लोकप्रिय भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के बीजों से विविध तकनीक अपना कर खेती करने पर दिल्ली में आयोजित कृषि मेले में केंद्रीय कृषि मंत्री की तरफ से फेलो फार्मर पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. हम आपकी जानकारी के लिए बता दे कि पूरे देश से इस मेले में 7 किसानों को सम्मानित किया गया था. मुकेश ने जानकारी देते हुए बताया कि साल 2008 में उन्होंने बीज लेकर कृषि करनी शुरू की थी, वह पूसा के 1121 धान का बीज लेते हैं और हर वर्ष 44 से 50 एकड़ धान की खेती करते हैं.