Mahendragarh News: हरियाणा के महेंद्रगढ़ में 3.61 लाख में बिकी मुर्रा भैंस, नोटों की माला पहना कर किया विदा
महेंद्रगढ़ :- मुर्रा नस्ल की भैंस को काफी अच्छा माना जाता है. ये भैंसे दूसरी नस्ल की भैंसों से ज्यादा दूध देती हैं. हरियाणा के महेंद्रगढ़ के गांव खेड़ा में एक मुर्रा नस्ल की खार की भैंस की बिक्री लाखों रुपए में हुई है. जैसे ही इस बारे में गांव के लोगों को जानकारी मिली सभी लोग इस भैंस को देखने के लिए वहां इकट्ठा हो गए. भैंस के मालिक ने भैंस को नहला धुलाकर नोट की माला पहना कर, इसे खरीददार को सौंप दिया. गांव खेड़ा निवासी नाहर सिंह ने बताया कि उसके पास एक मुर्रा नस्ल की भैंस थी, वह लगभग 22 किलो दूध देती थी. उसी को एक कटडी हुई, उसे ही अच्छे से खिला- पिलाकर इसे तैयार किया है.
खार की सबसे महंगी मुर्रा नस्ल की भैंस
नाहर सिंह ने अपनी खार की भैंस गांव रसूलपुर निवासी किशोरी लाल को 3 लाख 61000 हजार रूपये में बेची. साथ ही जानकारी देते हुए बताया कि अब तक कि उसके क्षेत्र में सबसे ज्यादा रूपयों में खार की भैंस की बिक्री हुई है. शुरू से ही नाहर सिंह ने इस भैंस को अच्छा चारा या चाट आदि खिलाकर बड़ा किया, जो आगे चलकर 20- 22 किलो दूध भी देने लग जाएगी. जब भैंस के खरीदार से बातचीत की गई और उससे पूछा गया कि आपने इतनी महंगी भैंस क्यों खरीदी है, तो उन्होंने जवाब दिया कि इसकी मां लगभग 22 किलो दूध देती थी.
पशु पालन के प्रति बढ़ रहा है लोगों का रुझान
इसको अच्छा चारा व चार्ट खिलाने से यह भी ज्यादा दूध देने लगेगी. वहीं समाजसेवी रामनिवास पाटोदा ने जानकारी देते हुए बताया कि पहले क्षेत्र में मुर्रा नस्ल की भैंसे नहीं होती थी, परंतु अब कुछ समय से क्षेत्र में मुर्रा नस्ल की भैंसे काफी देखने को मिल रही है. अधिकतर किसान व महिलाएं पशुपालन व रोजगार के लिए भी भैसों को पाल रहे हैं, उसी की वजह से पशुपालन के प्रति अब दिन-प्रतिदिन लोगों का रुझान बढ़ता जा रहा है.