Sarso Mandi Bhav: सरसों उगाने वाले किसानों की होगी चांदी, देखे सभी मंडियों के ताजा सरसों भाव
नई दिल्ली :- सरसों की फसल पककर तैयार हो चुकी है, वही कुछ किसान अपनी फसलों को लेकर मंडियों में पहुंच रहे हैं. किसान उम्मीद लगाए हुए हैं कि उनको इस बार पिछले वर्ष की अपेक्षा सरसों का भाव अधिक मिलेगा. परंतु अब किसानों की यह उम्मीद पूरी होती नजर नहीं आ रही क्योंकि वर्तमान में सरसों का भाव 5500 रुपए प्रति क्विंटल ही चल रहा है. तेल कंपनियों की मांग के अनुसार सरसों के भाव में प्रतिदिन उतार- चढ़ाव देखने को मिल रहा है. क्योंकि सरसों का भाव (Sarso Mandi Bhav) ज्यादा या कम मिलना देश में मौजूद तेल मिलो की मांग पर निर्भर करता है.
तेल मिलों की मांग पर निर्भर करता सरसो भाव
बता दें कि जब- जब देश में तेल मिलों में सरसों की मांग बढ़ती है उस समय सरसों का भाव तेज होता है, और जब मिलो में सरसों की मांग कम होती है तो सरसों का भाव कम मिलता है. किसान पूरे वर्ष मेहनत करके सरसों की फसल उगाता है, इसके बावजूद भी उसे पूरा मेहनताना नहीं मिल पाता. Saturday को मंडियों में सरसों का भाव 4500 रुपए से 5500 रुपए प्रति क्विंटल देखने को मिला. आप ये लेख KhabriExpress.in पर पढ़ रहे है. आपकी इस पोस्ट के बारे मे क्या राय है मुझे कॉमेंट बॉक्स मे जरूर बताएं.
शुक्रवार को मंडी में सरसों का भाव
मंडी नाम भाव प्रति क्विंटल
- भोपाल मंडी 5300 रूपये
- रतलाम मंडी 5372 रूपये
- इंदौर मंडी 5550 रुपये
- नीमच मंडी 5230 रुपये
- धार मंडी 5000 रूपये
- देवास मंडी 4980 रूपये
- मंदसौर मंडी 5282 रुपये
- बैतूल मंडी 4675 रूपये
- जयपुर मंडी 5560 रूपये
- उदयपुर मंडी 5497 रूपये
- रामगंज मंडी 5355 रुपये
- उज्जैन मंडी 5333 रूपये
- जावरा मंडी 5020 रुपये
1 सप्ताह बाद भाव में आई तेजी
शनिवार को सभी मंडियों में अलग- अलग भाव देखने को मिला. 1 सप्ताह पहले सरसों के भाव में काफी मंदी देखने को मिल रही थी. वहीं 1 सप्ताह बाद सरसों के भाव में थोड़ी तेजी देखने को मिल रही है. हालातों को देखते हुए लग रहा है कि सरसों के भाव में स्थिरता बनी रह सकती है, फिलहाल भाव में तेजी आने की कोई संभावना नहीं दिख रही है. लगता है अबकी बार भी किसानों को अपनी फसल न चाहते हुए भी कम भाव में ही देनी पड़ रही है.