Navratri 2023: हरियाणा में पांडवों ने करवाया था इस माता मंदिर का निर्माण, नवरात्रों में लाखों श्रद्धालु करते है दर्शन
पंचकूला, Navratri 2023 :- आज से नवरात्रि का त्योहार शुरू हो रहा है. इसके लिए पंचकूला के कालका विधानसभा क्षेत्र में पड़ने वाले श्री काली माता मंदिर में सभी तैयारियां पूरी की जा चुकी है. 9 दिन तक Navratri 2023 में भरने वाले मेले के लिए मंदिर प्रशासन द्वारा श्री काली माता मंदिर में आने जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं. आपको बता दें कि श्री काली माता मंदिर पंचकूला जिले तथा हिमाचल प्रदेश की सीमा पर स्थित है. इस मंदिर में हर साल लाखों श्रद्धालु श्री काली माता के दर्शन के लिए आते है.
मंदिर के बारे में मान्यता
श्री काली माता मंदिर की मान्यता है कि सतयुग में महिषासुर, चंड़ -मुंड, शुभ – निशु तथा रक्तबीज जैसे राक्षसों का आतंक बढ़ गया था. राक्षसों से भयभीत होकर देवी – देवताओं ने गुफाओं में शरण ले ली थी. जब सभी देवी देवताओं ने आदिशक्ति श्री जगदंबा मातेश्वरी की स्तुति की तो उनसे प्रसन्न होकर माता एक बाल रूप में प्रकट हुई. बताया जाता है की माता के इस स्वरूप के हजारों हाथ – पैर थे. सभी देवी देवताओं ने आदिशक्ति को अपना एक – एक शस्त्र दिया था.
पांडवों ने बनवाया मंदिर
एक दूसरी कहानी के अनुसार बताया जाता है कि द्वापर युग में जब पांडवों को 12 वर्ष का वनवास और एक वर्ष का अज्ञातवास हुआ, तब वह विराटनगर में 12 साल तक रुके थे. उस समय केवट राजा के राज्य में गाय की बहुत सेवा की जाती थी. वहाँ एक श्यामा नाम की एक गाय रोजाना अपने दूध से माता की पिंडी पर अभिषेक करती थी. यह सब देखकर पांडव आश्चर्यचकित रह गए तथा उन्होंने उस स्थान पर माता के मंदिर की स्थापना की.
मेले की तैयारियां
नवरात्रि के अवसर पर 15 अक्टूबर से श्री काली माता मंदिर में 9 दिनों के लिए मेला लगेगा. मंदिर प्रशासन ने बताया कि मंदिर को सजाने का काम, टेंट लगाने का काम, Lighting तथा Sound का काम पूरा हो चुका है. नवरात्रि के दौरान सफाई का भी खास ध्यान रखा जाएगा. इस बार Parking की व्यवस्था मंडी में की गई है तथा वहां से मंदिर तक Free Auto Service भी शुरू की गई है.