New Delhi News: 5000 करोड़ में बदल जाएगा नई दिल्ली रेलवे स्टेशन का रंग रूप, यात्रियों को मिलेंगी एयरपोर्ट जैसी धाकड़ सुविधाएं
नई दिल्ली, New Delhi News :- राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली के रेलवे स्टेशन को विश्वस्तरीय बनाने की कोशिश को गति नहीं मिल पा रही है. पिछले साल February में निर्माण कार्य शुरू होना था, मगर अब तक टेंडर की प्रक्रिया भी पूरी नहीं हुई है. पांच बार निविदा निकालने के बाद भी कोई बोलीदाता सामने नहीं आया तो इस महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास की प्रक्रिया कों बदलने का फैसला लिया गया है. अब एक साथ पुनर्विकास कार्य करने की बजाय टुकड़ों में इसे पूरा किया जाएगा.
छोटे छोटे हिस्सों में होगा काम
रेलवे स्टेशन में आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित गुंबद के आकार वाली स्टेशन की नई इमारत बनेगी, जिसमें दो-आगमन और दो-प्रस्थान होने वाले है. इसके साथ ही रेलवे Office बनेंगे. नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास का काम रेल भूमि विकास प्राधिकरण (RLDA) को सौंपा गया है. एक साथ काम करने के लिए कोई योग्य एजेंसी (Agency) नहीं मिलने पर RLDA ने पूरे काम को छोटे-छोटे हिस्से में बाँटकर निविदा निकालने का Decision लिया है.
2022 में मिली थीं मंजूरी
इसके अंतर्गत पहाड़गंज की तरफ मल्टी मॉडल ट्रांजिट हब विकसित करने के लिए 440 करोड़ का Tender निकाला गया है. इसमें कामयाबी मिलने पर अन्य कार्यों की निविदा निकाली जाएगी. सितंबर, 2022 में केंद्रीय मंत्रिमंडल समिति ने पुनर्विकास योजना के प्रस्ताव को स्वीकृति दी थीं. इस काम के लिए करीबन पांच हजार करोड़ रुपये प्रस्तावित है. पहले इस Project को 60 सालों की अवधि के लिए डिजाइन-बिल्ड फाइनेंस आपरेट ट्रांसफर (DBFOT) मॉडल पर विकसित करने का प्रस्ताव था. इस अनुमानित राशि पर कोई भी कंपनी काम करने को तैयार नहीं थीं तो पिछले वर्ष निविदा निरस्त कर दी गई थी.
120 हेक्टेयर का है Master Plan
पिछले साल एक July को नई निविदा निकाली गई. 4700 करोड़ रुपये अनुमानित निर्माण लागत निर्धारित हुई. इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट एंड कंस्ट्रक्शन (EPC) मॉडल पर काम कराने का फैसला हुआ. निविदा जमा करने की तारीख पहले पांच December 2023, उसके 10 जनवरी और फिर 12 February तक बढ़ाई गई, मगर काम आवंटित नहीं हो पाया. Project का Master Plan 120 हेक्टेयर का है जिसमें से 88 हेक्टेयर पहले चरण में शामिल है. लगभग 12 लाख वर्गमीटर में निर्माण कार्य प्रस्तावित है.