अब भूलकर भी बंद न करवाए क्रेडिट कार्ड, डायरेक्ट इतने निचे आ जाएगा सिबिल स्कोर
नई दिल्ली :- भारत में सभी सरकारी और निजी बैंक लोन और क्रेडिट कार्ड (banking Credit Card Rule) की सुविधा देते हैं, ताकि लोग अपनी आवश्यकताओं और रुचियों को पूरा कर सकें। सभी बैंक ग्राहकों को उनके सिबिल स्कोर और वित्तीय लेन-देन के आधार पर क्रेडिट कार्ड और लोन देते हैं। सिबिल स्कोर का क्रेडिट कार्ड बनाने में सबसे महत्वपूर्ण योगदान है। सिबिल अपने स्कोर को स्थिर रखने के लिए कई प्रक्रियाएं अपनाता है। सिबिल स्कोर कम होने पर लोन लेना मुश्किल होता है।
सिबिल स्कोर पर क्रेडिट हिस्ट्री का प्रभाव
सिबिल स्कोर को ठीक रखने के लिए किस्तों का समय पर भुगतान करना बहुत महत्वपूर्ण है। इसके अलावा, कई कारणों से सिबिल स्कोर गिरता है। जरूरतों के अनुसार लोग कई क्रेडिट कार्ड का उपयोग करते हैं। वहीं, जरूरतें खत्म होने पर बहुत से क्रेडिट कार्ड बंद हो जाते हैं। लोगों को पुराने क्रेडिट कार्ड बंद करने में परेशानी हो सकती है। Credit History का सिबिल स्कोर पर काफी प्रभाव है। लोगों को इस बारे में पता नहीं होने के कारण उन्हें कठिनाई मिलती है।
मुख्य कारक क्रेडिट रिपोर्ट में क्रेडिट हिस्ट्री है
बैंक समय-समय पर लोगों को क्रेडिट कार्ड रेंज (Credit card range) प्रदान करता है, जो उनकी आवश्यकताओं पर निर्भर करता है। जरूरतें पूरी होने पर लोग बैंक खाते और क्रेडिट कार्ड बंद कर देते हैं। बैंक खाता और क्रेडिट कार्ड बंद होने के साथ ही क्रेडिट हिस्ट्री नियम भी खत्म हो जाता है। क्रेडिट हिस्ट्री का सबसे बड़ा योगदान क्रेडिट स्कोर को ठीक रखने में है। लंबे समय तक अच्छा क्रेडिट व्यवहार बनाए रखने से आपका क्रेडिट स्कोर मजबूत होता है, जिससे आपको लोन और क्रेडिट कार्ड मिलना आसान होता है।
30 प्रतिशत से कम क्रेडिट सीमा का उपयोग करना चाहिए
बैंक अधिकारी अक्सर ग्राहकों को पूरी जानकारी नहीं देते जब वे क्रेडिट कार्ड की सीमा बताते हैं। लोगों को पर्याप्त जानकारी नहीं होने से परेशानियों का सामना करना पड़ता है। क्रेडिट कार्ड बंद करने पर उसकी कुल उपलब्ध क्रेडिट सीमा कम हो जाती है। विशेषज्ञों का कहना है कि लोगों को क्रेडिट स्कोर को बढ़ाने के लिए सिर्फ ३० प्रतिशत तक ही क्रेडिट सीमा का उपयोग करना चाहिए। उदाहरण के लिए, यदि आपकी क्रेडिट सीमा ₹1,00,000 है, तो आपको ₹30,000 से अधिक का क्रेडिट नहीं उपयोग करना चाहिए।
पुराने खाते बंद करने से क्रेडिट हिस्ट्री कमजोर होती है
पुराने खाते को बंद करने से क्रेडिट स्कोर खराब होने का सबसे बड़ा असर पड़ता है। पुराने खाते को बंद करने से क्रेडिट हिस्ट्री समाप्त हो जाती है। इसके साथ ही पुराने बैंक खातों की औसत आयु घटती है। यदि व्यक्ति ने हाल ही में कई नए खाते खोले हैं, तो यह उसे वित्तीय अस्थिरता दिखा सकता है, जो ऋणदाताओं का भरोसा कम कर सकता है।