Nuh News: नूंह के बिवां गांव के आगे शहरों की सुविधा भी है फैल, देखते ही बनती है गांव की रौनक
नूंह :- 1 नवंबर 1966 को हरियाणा पंजाब से अलग होकर एक नया राज्य बना था. जिस समय हरियाणा राज्य का निर्माण हुआ उसे समय प्रदेश में Rail, सड़क, जल संबंधी सुविधाओं की बहुत कमी थी. लेकिन जैसे-जैसे समय बीत रहा है वैसे-वैसे प्रदेश में सुविधाएं भी बढ़ रही है. वहीं अगर देश की बात कर तो देश में सबसे पिछड़े जिलों में हरियाणा का नूह जिला भी शामिल है. इस पिछड़े जिले में एक ऐसा गांव भी है जिसमें सारी सुख-सुविधाएं उपलब्ध है.
देखते ही बनती है गांव की रौनक
आदर्श गांव से भी कई गुना बेहतर नुह जिले का गांव बीवां है. यह गांव नूँह जिले से करीब 6Km की दूरी पर स्थित है. इस गांव को बेहतरीन और विभिन्न सुविधाओं से परिपूर्ण बनाने के लिए जहां समाजसेवी S.S संधू के साथ-साथ ग्रामीण लोगों ने भी सहयोग कर इस गांव की सूरत को बदल दिया है. इस गांव में Total 174 परिवार रहते हैं, जिसमें कुल 1000 की आबादी रहती है. इनमे से कोई भी नागरिक सरकारी कर्मचारी नहीं है. इसकी बावजूद भी गांव की रौनक देखते ही बनती है.
गांव में है इतनी सारी सुविधाएं
जानकारी के लिए बता दे की इस गांव में बहुत सी ऐसी जगह हैं जहां पर काफी Attractive चित्रकारी की गई है. इतना ही नहीं इस गांव में आंगनबाड़ी केंद्र से लेकर विद्यार्थियों के लिए Laibrery, कंप्यूटर प्रशिक्षण केंद्र, ग्राम सचिवालय स्कूल सहित CSC केंद्र और SHG महिला हॉल की सुविधा की गई है. इसके अलावा इस गांव में एक मस्जिद भी है जिसमें प्रत्येक Wednesday आंखों का कैंप लगाया जाता है.
ग्रामीण लोगों का भी सहयोग
इसके अलावा बीवां गांव शहरों की सुविधाओं को भी मात देता है. इस गांव में की गई चित्रकारी इतनी खूबसूरत है कि इसे देखने के लिए बाहर से लोग आते है. गांव के विकास में S. S संधू का इतना ज्यादा योगदान है जितना की सरकार का भी योगदान नहीं है. इस गांव में निर्मित स्कूलों में सैकड़ो की संख्या में विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण करने के लिए आते हैं. इतना ही नहीं शहर को स्वच्छ बनाए रखने के लिए समाजसेविया सहित ग्रामीण लोग भी विशेष भूमिका निभाते हैं.