Old Pension Scheme: पुरानी पेंशन को लेकर रिजर्व Bank ने दिया ये बड़ा अपडेट, राज्य सरकारों की बढ़ी परेशानी
नई दिल्ली :- देशभर में पुरानी पेंशन योजना (OPS News) को लेकर कई तरह की बातें चर्चा में हैं. अब रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने पुरानी पेंशन योजना (Old Pension) को लेकर जरूरी खबर दी है. देश के विभिन्न राज्यों की तरफ से पुरानी पेंशन योजना (Old Pension Scheme) को प्रभावी करना प्रतिगामी या पीछे की तरफ ले जाने के लिए कदम है. इससे मध्यम से दीर्घावधि में राज्यों की वित्तीय स्थिति ‘अस्थिर’ होने की संभावना है.
ओपीएस में थोड़े वक़्त के लिए है आकर्षण
RBI के लेख में कहा गया है कि पुरानी पेंशन योजना (OPS) के मामले में कुल वित्तीय बोझ नई पेंशन योजना (NPS) का 4.5 गुना तक हो सकता है. लेख में कहा गया है कि हाल ही में राजस्थान, छत्तीसगढ़, झारखंड, पंजाब और हिमाचल प्रदेश ने एनपीएस से ओपीएस की ओर स्थानांतरित होने की घोषणा की है.लेख में बताया गया है कि ओपीएस में परिभाषित लाभ (DB) है जबकि एनपीएस में परिभाषित अंशदान (DC) है, जहां ओपीएस में थोड़े वक़्त के लिए आकर्षण है, वही मध्यम से दीर्घकालिक Challenges भी हैं.
OPS में वापिस आने वाले राज्यों को होगा तात्कालिक लाभ
राज्यों के पेंशन खर्चे में अल्पकालिक कटौती OPS को शुरू करने के फैसलों को प्रेरणा दे सकती है.इस कटौती से लंबे वक़्त में भविष्य में गैर-वित्तपोषित पेंशन देनदारियों को भारी प्रभावित करेगी .इसमें बताया गया है कि ओपीएस में वापस जाने वाले राज्यों के लिए तात्कालिक लाभ यह है कि उन्हें वर्तमान कर्मचारियों के एनपीएस योगदान पर व्यय नहीं करना होगा, मगर भविष्य में गैर-वित्तपोषित ओपीएस के उनके वित्त पर ‘गंभीर दबाव’ डालने की संभावना है.
कई अर्थव्यवस्थाओं को अपनी पेंशन योजना पर फिर से समीक्षा के लिए किया मजबूर
राज्यों के ओपीएस पर वापस आने से वार्षिक पेंशन व्यय में 2040 तक सकल घरेलू उत्पाद (GDP) का सालाना मात्र 0.1 प्रतिशत बचाएंगे, लेकिन उसके बाद उन्हें वार्षिक जीडीपी के 0.5 प्रतिशत के बराबर पेंशन पर ज्यादा ख़र्चा करना होगा. इसके अनुसार पहले डीबी योजनाओं वाली कई विकसित अर्थव्यवस्थाओं को अपने नागरिकों की बढ़ती जीवन प्रत्याशा की वजह से बढ़ते सार्वजनिक व्यय झेलना पड़ा है , और बदलते जनसांख्यिकीय परिदृश्य और बढ़ती राजकोषीय लागत ने पूरी दुनिया में कई अर्थव्यवस्थाओं को अपनी पेंशन योजनाओं की फिर से सोचने को मजबूर कर दिया है.