Palwal News: पलवल की इस महिला किसान ने खेती बाड़ी में गाड़े झंडे ,पिछले 9 सालों से कर रही है खेती का सारा काम
पलवल :- आज के दौर में महिलाएं किसी से भी पीछे नहीं है. हर क्षेत्र में महिलाएं पुरुषों से कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रही हैं. महिलाएं अपने संघर्ष और मेहनत से हर Field में नाम कमा रही है. खेल का मैदान हो या पढ़ाई बेटियां हर जगह अपना परचम लहरा रही है. आज हम आपको जिनके बारे में बताने जा रहे है उन्होने खेती बाड़ी में झंडे गाड़ दिए है.
भाई बहनों में सबसे छोटी है आरती
पलवल के एक गांव दीघोट की रहने वाली महिला किसान आरती अपनी मेहनत के बल पर पुरुषों से पूरा मुकाबला कर रही है. ये महिला ट्रेक्टर से लेकर किसानी में इस्तेमाल होने वाले सभी यंत्रो को चलाने का हुनर रखती है. आरती ने बताया कि ज़ब वह 16 वर्ष की थी तब उनके भाई की मौत हो गई. एक हादसे में उनके सिर से उनके भाई और पिता दोनों का साया हट गया. फिलहाल उनकी बुजुर्ग माता है. आरती अपने भाई-बहनों मे सबसे छोटी है. आरती की शादी राजस्थान के लोहागढ मे हुई.
बूढी माँ को हो रही थी समस्या, इसलिए रहने लगी मायके में
शादी होने के बाद उन्हें राजस्थान से लौटना पड़ा क्योंकि उनके मायके में खेती-बड़ी करने के लिए कोई और नहीं था. घर में आदमी न होने की वजह से आरती की बूढी मां को भी बहुत सारी परेशानियां आ रही थी. ऐसे में वह अपने बच्चों के साथ मायके में रहने लगी. ससुराल में उसके पति भी खेती-बाड़ी का काम करते हैं. आरती Tractor से लेकर हर तरह के साधनों का इस्तेमाल कर सकती है जो खेती-बाड़ी में चलाए जाते हैं. यहां तक की फसल के काटने से लेकर बुवाई तक का सारा काम आरती को आता है.
पिछले 9 साल से संभाल रही है खेती का काम
आरती ट्रैक्टर ट्राली में धान भरकर मंडी में बेचने भी जाती है. आरती ना सिर्फ अपने हालातों से लड़ी बल्कि आज सभी के लिए मिसाल बनी है. आसपास के क्षेत्र में भी आरती के कामकाज की खूब चर्चा होती है. Arti पलवल की इकलौती ऐसी महिला किसान है जो खेती बाड़ी में पुरुषो को पूरी टक़्कर देती है. आरती पिछले 9 वर्षों से खेती का काम कर रही है. आसपास के लोग भी उनकी खूब इज़्ज़त करते है. लोगों का कहना है कि आरती समाज के लिए एक मिसाल है. आरती अपने बलबूते पर सारा काम संभाल रही है.