PM Vishwakarma Yojana: घर बैठे ऑर्डर करें ₹15,000 का टूलकिट, जानें पूरी प्रक्रिया
नई दिल्ली :- प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना (PM Vishwakarma Yojana) का उद्देश्य पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को सहायता प्रदान करना है, ताकि वे अपने व्यवसाय को बेहतर तरीके से चला सकें। इस योजना के तहत, कारीगरों को ₹15,000 तक का ई-वाउचर दिया जाएगा, जिसका उपयोग वे आवश्यक टूल्स और मशीनरी खरीदने में कर सकते हैं। यह योजना बढ़ई, लोहार, सुनार, राजमिस्त्री, दर्जी, आदि जैसे पारंपरिक व्यवसायों से जुड़े व्यक्तियों के लिए है।
PM Vishwakarma Yojana की मुख्य जानकारी:
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योजना का नाम: प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना
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शुरुआत: 17 सितंबर 2023
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लाभार्थी: पारंपरिक कारीगर और शिल्पकार
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सहायता राशि: ₹15,000 का ई-वाउचर
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आवेदन प्रक्रिया: ऑनलाइन
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संबंधित मंत्रालय: सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय
योजना के प्रमुख लाभ:
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आर्थिक सहायता: ₹15,000 का ई-वाउचर
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आधुनिक उपकरण: टूल्स और मशीनरी के लिए उपयुक्त टूलकिट
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कौशल विकास: प्रशिक्षण और स्किल अपग्रेडेशन
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डिजिटल लेनदेन प्रोत्साहन: हर डिजिटल ट्रांजैक्शन पर ₹1 का प्रोत्साहन
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मार्केटिंग सपोर्ट: उत्पाद प्रमाणीकरण और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर लिस्टिंग
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सस्ती क्रेडिट सुविधा: ₹3 लाख तक का लोन
पात्रता शर्तें:
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आवेदक भारतीय नागरिक होना चाहिए
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आयु 18 से 60 वर्ष के बीच होनी चाहिए
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पारंपरिक कारीगर या शिल्पकार होना चाहिए
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सरकारी कर्मचारी या उनके परिवारजन इस योजना के लिए पात्र नहीं हैं
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एक परिवार में केवल एक सदस्य को ही लाभ मिलेगा
घर बैठे टूलकिट कैसे ऑर्डर करें:
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पंजीकरण करें: पीएम विश्वकर्मा योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं और मोबाइल नंबर से लॉगिन करें।
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आवेदन भरें: फॉर्म भरें और जरूरी दस्तावेज़ अपलोड करें।
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प्रशिक्षण प्राप्त करें: आवेदन के बाद 5-7 दिन की ट्रेनिंग पूरी करें।
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ई-वाउचर प्राप्त करें: प्रशिक्षण पूरी करने के बाद ₹15,000 का ई-वाउचर मिलेगा।
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टूलकिट ऑर्डर करें: ई-वाउचर से टूल्स या मशीनरी चुनकर ऑर्डर करें।
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डिलीवरी प्राप्त करें: ऑर्डर किए गए टूल्स 5-10 दिनों में आपके पते पर भेजे जाएंगे।
आवश्यक दस्तावेज़:
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आधार कार्ड
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पैन कार्ड
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राशन कार्ड
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आय प्रमाण पत्र
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जाति प्रमाण पत्र
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पासपोर्ट साइज फोटो
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मोबाइल नंबर
पारंपरिक व्यवसायों की सूची:
इस योजना में कुल 18 प्रकार के पारंपरिक व्यवसाय शामिल हैं:
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बढ़ई
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लोहार
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सुनार
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राजमिस्त्री
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दर्जी
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धोबी
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खिलौना निर्माता
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नाव निर्माता
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को न केवल आर्थिक सहायता प्रदान करती है, बल्कि उन्हें आधुनिक उपकरण, कौशल विकास, और डिजिटल मार्केटिंग के माध्यम से आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास करती है।
यह योजना कारीगरों को उनके व्यवसाय में सुधार लाने के साथ-साथ बड़े बाजारों तक पहुंचने का अवसर देती है।
महत्वपूर्ण नोट: आवेदन प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की समस्या या देरी हो सकती है, इसलिए समय रहते सभी दस्तावेज़ तैयार रखें और आधिकारिक वेबसाइट से जानकारी सत्यापित करें।