Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana: हरियाणा के 2 लाख किसानों को बड़ी राहत, अब सरकार वापिस लौटाएगी ये राशि
चंडीगढ़ :- केंद्र सरकार ने किसानो की सहायता के लिए Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana की शुरुआत की थी. यह योजना प्रीमियम के बोझ को कम करने के लिए शुरू की गई थी. हरियाणा सरकार की तरफ से प्रदेश के सात जिलों के किसानो के लिए राहत भरी खबर आई है. हरियाणा में करीब 70% किसान कृषि कार्य पर निर्भर रहते हैं. प्रदेश सरकार नें किसानों द्वारा ली गई प्रीमियम राशि को पुनः किसानों को लौटने का निर्णय किया है.
प्रदेश में बनाए गए हैं तीन कलस्टर
Sunday को कृषि विभाग नें स्टेट लेवल बैंकर कमेटी को आदेश देते हुए क्लस्टर में शामिल सात जिलों के किसानो की प्रीमियम राशि वापस करने की घोषणा की है. कलस्टर दो में हिसार, गुरुग्राम, जींद, करनाल, महेंद्रगढ़, सोनीपत में FBY कराने वाले किसानों का काटा गया पैसा वापस दिया जाएगा. वही Monday को कृषि विभाग के सलाहकार नें प्रीमियम राशि नहीं लौटाने के निर्देश देते हुए एक दिन पुराना फैसला वापस ले लिया. इस योजना के तहत प्रदेश में 3 क्लस्टर बनाए गए हैं.
सात जिलों के किसानो की प्रीमियम राशि कटी
प्रदेश सरकार द्वारा लागू किए गए तीन क्लस्टर में से पहले क्लस्टर में Sirsa, पंचकूला, रोहतक, फरीदाबाद, रेवाड़ी, कुरुक्षेत्र, कैथल वहीं दूसरे क्लस्टर में Jind, सोनीपत, हिसार, अंबाला, करनाल, महेंद्रगढ़ और तीसरे क्लस्टर में यमुनानगर, Bhiwani, फतेहाबाद, चरखी दादरी, पानीपत जिलों को शामिल किया गया है. दूसरे क्लस्टर के अंतर्गत फसलों का बीमा करने के लिए एग्रीकल्चर इंश्योरेंस कंपनी को Tender दिया गया था. आदेशानुसार 31 July तक 7 जिलों के किसानों की प्रीमियम राशि कांटी गई.
मुआवजे के लिए भटकना पड़ रहा किसानो को
अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस कमेटी की महिला विधायक व पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी शैलजा ने बताया कि आज के समय में प्रदेश के किसान स्वयं को ठगा हुआ महसूस कर रहे है. प्रीमियम भरने के बाद भी किसान को मुआवजे के लिए इधर- उधर भटकना पड़ता है. कंपनी को किसानों के हितों की चिंता न होकर केवल अपने हित की लगी हुई है. जिसके चलते वें किसानों के साथ अन्याय करते हैं.