Sonipat News: चाँद पर जमीन लेने से भी महंगा हुआ सोनीपत में जमीन खरीदना, यहाँ से चेक करें नए कलेक्टर रेट
सोनीपत, Sonipat News: हरियाणा के सोनीपत जिले के विभिन्न क्षेत्रों में जमीन के कलेक्टर रेट में बढोत्तरी हुई है. सोनीपत तहसील क्षेत्र के शहरी और ग्रामीण इलाकों में आवासीय और व्यावसायिक स्थानों के कलेक्टर रेट में 10 से 20 फीसदी तक की वृद्धि कर दी गई है. प्रशासन ने जमीनों के कलेक्टर रेट में संशोधन कर दिया है. साथ ही, प्रशासन ने आपत्तियों और दावों के लिए 30 मार्च तक का वक़्त दिया है.
31 मार्च को जारी की जाएगी आखिरी सूची
कलेक्टर रेट की Last List 31 मार्च के बाद जारी होगी. सोनीपत तहसील के गांवों में भी कलेक्टर रेट इसी रेट से बढ़े हैं. सबसे ज्यादा दरें रिहायशी इलाकों में बढ़ी हैं. सेक्टर-8 हुडा और सेक्टर 19 एल्डिको में 400 वर्ग गज के आवासीय भूखंडों में 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.सेक्टर- 16, 20 और 26 के आवासीय, मॉडल टाउन के वाणिज्यिक क्षेत्र और मोहनपुरा और मशहद मोहल्ले के वाणिज्यिक क्षेत्रों में भी दरों में 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. यहां कीमतें अब 23 हजार रुपये प्रति वर्ग फीट तक हो चुकी हैं.
बढ़ चुकी है 15 से 20 फ़ीसदी दरे
सेक्टर- 8, 9, 10, 11, 18, 19, सेक्टर 16 से 20 और सेक्टर- 23 की हाउसिंग बोर्ड कॉलोनियों में Rates 15 से 20 फीसदी तक बढ़ चुकी हैं. यहां पर 23 हजार रुपये प्रति वर्ग फुट कीमत हो चुकी है. सेक्टर- 14 में बने बूथ कॉर्नर के रेट 2 लाख 64 हजार रुपये तक जा चुके हैं. यह संभवतः शहर में सबसे ज्यादा है. हालांकि, यहाँ केवल 10 फीसदी वृद्धि ही की गई है. इसके अतिरिक्त, सेक्टर- 7, 12, 23, 15 में भी कमर्शियल रेट में केवल 10 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है, फिर भी यहां कलेक्टर रेट 1 लाख रुपये से अधिक हैं. एटलस रोड पर मिनर्वा के निकट वाणिज्यिक दरें 92 हजार रुपये से ज्यादा हो गई हैं.
गांव की जमीन की दरों में भी हुई 20 फ़ीसदी की बढ़ोतरी
सोनीपत के गांव मुरथल, कुमासपुर, जोशी चौहान, नांगल खुर्द, बड़वासनी, खिजरपुर माजरा, हलालपुर, छतेहरा, बहादुरपुर, नाहरा, मल्ला माजरा, नसीरपुर बांगर, मोहम्मदाबाद, फतेहपुर, लाडपुर, बागड़ू, भटगांव, राठधाना, जगदीशपुर, धतूरी, लिवान की पक्की सड़कों वाले गांवों में 3 एकड़ तक की जमीन की दरों में 20 फीसदी की वृद्धि हुई है. मुरथल में नेशनल हाईवे- 44 से 3 एकड़ तक की कृषि भूमि का रेट बढ़कर 1 करोड़ 98 लाख रुपये हो चुका है, जबकि पिछले वर्ष यह 1 करोड़ 80 लाख रुपये प्रति एकड़ था.