Sukanya Samriddhi Yojana: इस सरकारी योजना में मात्र 250 रुपये जमा करने पर आपकी बेटी को मिलेंगे 65 लाख, जाने पूरी डिटेल्स
नई दिल्ली :- भारत सरकार समय- समय पर बेटियों के लिए विभिन्न योजनाएं ला रही है, ताकि बेटियों के भविष्य को संवारा जा सके. माता पिता को बेटी के जन्म से ही उसके भविष्य की चिंता सताने लगती हैं, परंतु अब माता पिता को बेटी के भविष्य की चिंता करने की जरूरत नहीं है. क्योंकि भारत सरकार ने बेटियों के भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए Sukanya Samriddhi Yojana 2023 (SSY) चलाई हुई है. यह योजना “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ” योजना के तहत वर्ष 2015 में शुरू की गई थी.
10 वर्ष से कम आयु की बेटी का खुलवा सकते हैं खाता
सुकन्या समृद्धि योजना की शुरुआत PM नरेंद्र मोदी द्वारा की गई थी. Sukanya Samriddhi Yojana 2023 के अंतर्गत अभिभावक अपनी 10 वर्ष से कम आयु की Daughter का किसी भी डाकघर या बैंक शाखा में Account खुलवा सकते हैं. इसके अंतर्गत खाता खोलने की अवधि से लेकर बेटी की आयु 21 वर्ष होने तक खाता मैच्योर होगा. यदि बेटी की शादी कानूनी विवाह योग्य आयु 18 वर्ष के तहत होती है, तो खाता समयावधि से पहले भी बंद किया जा सकता है. यह योजना न केवल माता पिता को अपनी बेटियों के लिए एक बड़ा कोष बनाने के लिए प्रोत्साहित करेंगी बल्कि अपनी कर योग्य आय में भी आयकर कटौती का दावा प्रस्तुत करने में भी सहायता मिलती हैं.
न्यूनतम 250 रुपये कर सकते हैं निवेश
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत चलाई गई SSY योजना में 250 रुपये से लेकर अधिकतम 1,50,000 रुपए वार्षिक निवेश कर सकते हैं. फिलहाल इस योजना के तहत सरकार 7.6% की ब्याज दर प्रदान करती है. वही आप इस योजना के अंतर्गत प्रतिदिन 416 रुपए जमा करके 65 लाख रुपए तक प्राप्त कर सकते हैं. यदि आप एक वित्त वर्ष में 250 का न्यूनतम मूल्य जमा नहीं करते हैं तो आपको 1 वर्ष के लिए 50 रुपये शुल्क देना होगा.
सुकन्या समृद्धि योजना कैलकुलेटर 2003
- जमा राशि : 150000 रुपए वार्षिक
- अवधि : 15 वर्ष
- मैच्योरिटी अवधि : 21 वर्ष
- ब्याज दर : 7.6%
- मैच्योरिटी राशि : 65,93,071 रूपये
- कुल अर्जित ब्याज: 43,43,071 रुपये
- कुल निवेश राशि : 22,50,000 रुपये
यदि आप अपना आयकर बचाने के लिए SSY में 1.5 लाख रुपए का निवेश करने की सोच रहे हैं तो यह आपका पहला कदम होगा जो आपको आयकर से बचाने में आपकी सहायता करेगा. वही इसका दूसरा फायदा तब मिलता है जब निवेश की गई रकम पर ब्याज Credit हो जाता है. वहीं तीसरा मैच्योरिटी पर पूरा कॉरपस है जिस पर Tax छूट भी मिलती है.