हिसार के छोरे ने किया कमाल, दादा और पिता के बाद खुद बने इंडियन आर्मी के लेफ्टिनेंट
हिसार :- हरियाणा के हिसार जिले के उदय सिंह बूरा ने भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट के पद पर नियुक्ति हासिल कर अपने परिवार और गांव का नाम गर्व से रोशन किया है। उनकी यह उपलब्धि सिर्फ व्यक्तिगत नहीं है, बल्कि एक पारिवारिक परंपरा को आगे बढ़ाने की मिसाल भी है, क्योंकि उनके पिता कर्नल सतपाल सिंह और दादा सूबेदार लहरी सिंह बूरा भारतीय सेना के सम्मानित अफसर रहे हैं।
परिवार की गौरवमयी परंपरा
उदय सिंह बूरा का परिवार भारतीय सेना से गहरे तौर पर जुड़ा हुआ है। उनके दादा सूबेदार लहरी सिंह बूरा भारतीय सेना की जाट रेजिमेंट में जूनियर कमीशंड ऑफिसर (JCO) के पद पर रहे थे, वहीं उनके पिता कर्नल सतपाल सिंह ने सेना में कर्नल के पद से सेवा दी और वे कारगिल और सियाचिन ग्लेशियर के युद्ध में घायल भी हुए थे। उनके साहस और समर्पण के लिए उन्हें कई मेडल भी मिल चुके हैं। यह गौरवमयी पारिवारिक पृष्ठभूमि ही थी, जिसने उदय सिंह को सेना में शामिल होने की प्रेरणा दी। बचपन से ही वह भारतीय सेना में सेवा देने का सपना देखते थे, और अब वह उस सपने को साकार करने में सफल हुए हैं।
उदय सिंह की सफलता की कहानी
उदय सिंह बूरा का जन्म घिराय गांव में हुआ था, और वर्तमान में वह हिसार की डिफेंस कॉलोनी में रहते हैं। उनके लेफ्टिनेंट बनने का सफर कड़ी मेहनत, समर्पण और अनुशासन से भरा हुआ है। उन्हें अपने परिवार से प्रेरणा मिली और उनके मार्गदर्शन में ही उन्होंने भारतीय सेना में अपनी जगह बनाई। अब उदय सिंह बूरा, भारतीय सेना की तोपखाने रेजिमेंट में शामिल होंगे, जहां उनके पिता कर्नल सतपाल सिंह ने कमांडिंग ऑफिसर के रूप में कमान संभाली थी। यह उनके लिए एक गर्व का पल है, और उन्होंने अपने पिता के नक्शे कदम पर चलते हुए यह सफलता हासिल की है।
पिता की प्रतिक्रिया
उदय सिंह के पिता, कर्नल सतपाल सिंह ने बेटे की इस उपलब्धि पर बेहद खुशी व्यक्त की और कहा कि वे इसे शब्दों में बयां नहीं कर सकते। उन्होंने कहा, “बेटे ने भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बनकर हमारे परिवार का गौरव बढ़ाया है, और हम खुद को गर्वित महसूस कर रहे हैं।” उदय सिंह की इस उपलब्धि पर बधाई देने वालों का तांता लग गया है। उनके परिवार, दोस्तों और स्थानीय समुदाय के लोग उन्हें बधाई देने के लिए आए और उनकी मेहनत और समर्पण की सराहना की।