Mandi Bhav: जीरा के भाव ने तोड़े सभी रिकार्ड, नए रेट सुन पैरों के नीचे से खिसक जाएगी जमीन
मंडी भाव (Mandi Bhav) :- समय के साथ- साथ महंगाई अपने पांव फैलाती जा रही है. महंगाई से फर्नीचर, प्लास्टिक, और किराए से लेकर घर की खाद्य वस्तुओं तक कुछ भी अछूता नहीं रहा है. महंगाई में लोगों के लिए रसोई का सामान लाना काफी मुश्किल होता जा रहा है. महंगाई से पहले महिलाएं सामान पर खर्च करने के बाद भी बचत के रूप में कुछ न कुछ पैसे बचा लेती थी परंतु अब महंगाई के कारण उनकी सारी बचत भी लग जाती है. जीरे ने NCDEX पर एक बार फिर नया हाई बनाया है. साधारणतया सभी घरों की रसोई में सब्जी बनाने से पहले छौक में जीरे का ही प्रयोग किया जाता है. जीरे का भाव 48000 से भी पार पहुंच गया है.
जीरे में आया भारी उछाल (Mandi Bhav)
बता दे कि जीरे का भाव 48,000 से भी पार निकल गया है. वही जीरे का मई वायदा 48,430 तक पहुंच चुका है, इसका मुख्य कारण Supply में गिरावट आना है. इस वर्ष जीरे का 50 लाख बोरियों के उत्पादन का अनुमान है, इसी वजह से 3 महीने में जीरे के दाम 44% से भी ज्यादा बढ़ गए हैं. वर्ष 2017- 18 में 1.44 लाख टन जीरे का एक्सपोर्ट हुआ था जबकि वर्ष 2018- 19 में 1.80 लाख टन, वर्ष 2019- 20 में 2.14 लाख टन जीरा और वर्ष 2021- 22 में 2.17 लाख टन जीरे का एक्सपोर्ट हुआ था.
प्रत्येक वर्ष का आंकड़ा
वहीं अगर जीरे के उत्पादन की बात की जाए तो वर्ष 2017- 18 में जीरे का उत्पादन 6.89 लाख टन, 2018- 19 में 7.1 लाख टन और वर्ष 2019- 20 में 9.12 लाख टन जीरे का उत्पादन हुआ था. इसके अलावा वर्ष 2020- 21 में 7.37 लाख टन, 2021- 22 में 7.36 लाख टन जीरे का उत्पादन हुआ था. पिछली बार करीब 70 लाख बोरी जीरे का उत्पादन हुआ था जबकि नया उत्पादन 50,00,000 बोरी का है. जीरे की घरेलू मांग कम है जबकि Export मांग अधिक है. वहीं जीरे की आवक कम होने के कारण वर्तमान समय में 20 से 25 लाख बोरी जमा है, वहीं अगर खपत की बात की जाए तो खपत के लिए 40 लाख बोरियों की जरूरत होती है.
माँग बढ़ने पर देखने को मिल रही मुनाफावसूली
FISSH के तेजस गांधी ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी जीरे की मांग बढ़ रही है जिसके चलते जिले में थोड़ी मुनाफावसूली भी देखी जा रही है. इसके अलावा उन्होंने बताया की मांग और Supply में काफी अंतर है. इसके अलावा May महीने में जीरे की Demand में ओर अधिक तेजी आ सकती है. इसके अलावा धनंजय राजगोर ने जानकारी देते हुए बताया कि आगे जीरे का लेवल 50,500 तक आ सकता है.