महेंद्रगढ़ के बवानियां गांव की महिलाओं ने किया कमाल, बनाये बाजरे के लड्डू की जापान में जबरदस्त मांग
महेंद्रगढ़ :- आज महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है वह प्रत्येक क्षेत्र में नाम कमा रही है. महेंद्रगढ़ जिले की महिलाओ ने ऐसा ही कार्य किया है, जिससे उन्हें जापान जैसे देशों में भी पहचान मिल रही है. महेंद्रगढ़ के गांव बवानिया के स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा बाजरे के आटे के लड्डू तैयार किए जा रहे है. जो केवल प्रदेश या देश में ही नहीं विदेशो में भी जाते है. इनके द्वारा तैयार किए गए बाजरे के लड्डू की Quality इतनी बेहतर होती है कि लोग स्पेशल Order करके इन लड्डूओ को मंगवाते है.
बाजरे के आटे के लड्डू से कमा रही नाम
जानकारी के लिए बता दें कि वर्ष 2023 को विश्वभर में मोटे अनाज वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है. वही बवानिया गांव की 16 महिलाओं ने मिलकर एक संगठन बनाया और 50 क्विंटल से भी अधिक बाजरे के लड्डू तैयार किए. इन लड्डूओ की बिक्री के बाद उन्हें करीब 10 लाख रुपये तक आय हो चुकी है. वर्ष 2021 में बनारसी देवी ने मोटे अनाज से खाद्य सामग्री बनाने का कार्य प्रारम्भ किया था, जो आज देशभर में Famous हो गया है. इनके द्वारा बनाए गए संगठन में अबतक करीब 300 से अधिक महिलाएं जुड़ चुकी हैं. बनारसी देवी ने वर्ष 2001 से यह कार्य प्रारंभ किया था, जो आज काफी ऊंचाइयों तक पहुंच गया है.
समूह में जुड़ चुकी 300 से अधिक महिलाएं
महिलाओं के इस संगठन ने अनाज और Fruit’s व सब्जियों से 15 प्रकार के अचार, जटनी, मुरब्बा और सॉस जैसे उत्पाद बनाने शुरू किए, और करीब 2 महीने पहले ही मटर, नमकीन और बाजरे के लड्डू बनाने शुरू किए है, जो लोगों द्वारा काफी पसंद किए जा रहे है. महिलाओं का यह संगठन देशभर के 50 से ज्यादा मेलों में स्टॉल लगा चुका है. संगठन में बनारसी देवी सहित सुमन, रेखा, Savita, विमला, राजबाला, सरोज और Manju सहित कुल 300 महिलाएं शामिल है.
एक एकड़ में तैयार होगा प्रोजेक्ट
बता दें कि महिलाएं पिछले काफी समय से संसाधनों के अभाव से जूझ रही थी. महिलाएं संसाधनों की कमी के चलते उत्पाद की मांग पूरी नहीं कर पा रही थी. महिलाओं द्वारा की गई मेहनत का फल है कि इस Project को मंजूरी मिल गई है, करीब 1 एकड़ में यह प्रोजेक्ट बनकर तैयार होगा जिसमें विभिन्न उपकरण और मशीनें लगाई जाएंगी. बाजरे के लड्डू तैयार करने में देसी घी, दूध, बादाम, मूंगफली, गूंद और बाजरे के आटे का प्रयोग किया जाता है.
गर्भवती महिलाओं और बुजुर्गों के लिए फायदेमंद
महेंद्रगढ़ के कृषि विज्ञान केंद्र और गृह विज्ञान विशेषज्ञ डॉ. पूनम यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि बाजरे के आटे से तैयार किए गए लड्डू और विभिन्न उत्पाद प्रोटीन का उत्तम स्रोत है. इसमें आटे की मात्रा 350 से 370 किलो कैलोरी प्रति 100 ग्राम, प्रोटीन 9 से 14% होता है. गर्भवती महिलाओं और बुजुर्गों के लिए काफी फायदेमंद रहते हैं इसलिए इसकी इन लड्डुओं की मांग काफी बढ़ गई है.