लोन लेने वालों के लिए आई बड़ी खुशखबरी, अब किस्त ना भरने पर नहीं लगेगी पेनाल्टी
नई दिल्ली :- लोन और ईएमआई इतने पेचीदा मामले हैं, जहां एक दिन की भी देरी बहुत भारी पड़ सकती है. ईएमआई चूकते ही गंभीर जुर्माने के साथ आपके क्रेडिट स्कोर पर भी बुरा असर पड़ सकता है. उधारदाताओं ने अपनी नीतियों को सख्त कर दिया है, इसलिए उधारकर्ता को देर से भुगतान के प्रभाव और उनसे बचने के तरीकों के बारे में जानना बहुत जरूरी है.
देर से ईएमआई भुगतान के जुर्माने भी उधारदाता और ऋण की शर्तों के आधार पर अलग-अलग हो सकते हैं. उदाहरण के लिए, बैंक देर से भुगतान पर जुर्माना और बकाया राशि पर ब्याज वसूल सकते हैं. ये जुर्माने बहुत तेजी से बढ़ते हैं, जिससे आपका कर्ज चुकाना और भी मुश्किल हो जाता है. वैसे नए आरबीआई नियमों के अनुसार, खाता केवल तब ओवरड्यू माना जाएगा जब वह बिलिंग स्टेटमेंट में दी गई तारीख से तीन दिन से अधिक समय तक बकाया हो.
कैसे वसूलते हैं बैंक चार्ज
हर बैंक अलग तरीके से जुर्माना और ब्याज वसूलते हैं. जैसे HDFC बैंक 100 से 1,300 तक का जुर्माना लगाता है तो कोटक बैंक चूक की गई राशि का 8% वसूलता है. ICICI बैंक भी 100 से 1,000 तक का जुर्माना लगातार है. ब्याज पर ब्याज से बचने के लिए उधारकर्ताओं को बहुत सख्ती से पुनर्भुगतान शेड्यूल और शर्तों का पालन करना चाहिए, ताकि वे जीवन और निवेश करियर में निर्णायक वित्तीय उलटफेर से न गुजरें.
क्रेडिट स्कोर पर क्या असर
ईएमआई चूकने से आपके क्रेडिट स्कोर पर गंभीर असर पड़ सकता है. डिफॉल्ट की तारीख जितनी नजदीक होगी, नुकसान उतना ही ज्यादा होगा. आमतौर पर क्रेडिट स्कोर पिछले 36 महीनों की क्रेडिट हिस्ट्री पर निर्भर करता है. लिहाजा अधिकतम नुकसान होने से पहले जल्दी से कार्रवाई करना जरूरी है. चूकी हुई ईएमआई को जितनी जल्दी हो सके चुका देना और ऑटो-पेमेंट सेट करना, ताकि भविष्य में चूक को रोका जा सके. यह तरीका आपके क्रेडिट स्कोर और क्रेडिट उपयोग अनुपात को अधिक नुकसान से बचा सकता है.
जुर्माने और क्रेडिट स्कोर के लिए क्या करें
यदि आपने किसी ईएमआई का भुगतान नहीं किया है तो समस्या को हल करने के लिए सबसे पहला कदम अपने बैंक की ग्राहक सेवा को कॉल करने का होना चाहिए. इस मामले में खुली और त्वरित बातचीत बहुत महत्वपूर्ण है. अधिकांश बैंकों के पास ऐसी नीतियां होती हैं जो देर से शुल्क माफ कर देती हैं या अस्थायी राहत प्रदान करती हैं. समय पर ग्राहक सेवा से संपर्क करने से इस झटके को कम किया जा सकता है. आप बैंक से बातचीज करके क्रेडिट स्कोर को खराब करने से भी बचा जा सकता है.