1 अप्रैल से लागु होंगे CIBIL स्कोर के ये 6 नए नियम , RBI ने दिया बड़ा अपडेट
RBI New Rules भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने क्रेडिट इन्फॉर्मेशन ब्यूरो (CIBIL) स्कोर से संबंधित महत्वपूर्ण नियमों में बदलाव किए हैं, जो 1 अप्रैल 2025 से लागू होंगे। ये नए नियम वित्तीय क्षेत्र में पारदर्शिता बढ़ाने और उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा करने के उद्देश्य से लाए गए हैं। आइए जानते हैं कि ये नियम क्या हैं और इनका आपके वित्तीय जीवन पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
CIBIL स्कोर का महत्व
CIBIL स्कोर एक संख्यात्मक मूल्य है, जो आपके वित्तीय व्यवहार और क्रेडिट इतिहास पर आधारित होता है। यह स्कोर 300 से 900 के बीच होता है, जहां उच्च स्कोर बेहतर क्रेडिट स्थिति का संकेत देता है। बैंक और वित्तीय संस्थाएं लोन या क्रेडिट कार्ड देने से पहले आपके CIBIL स्कोर को देखते हैं, जो आपकी ऋण चुकाने की क्षमता का एक महत्वपूर्ण संकेतक है।
RBI के 6 नए नियम और उनका प्रभाव
1. पाक्षिक अपडेट सिस्टम
नया नियम: अब CIBIL स्कोर हर 15 दिन में अपडेट होगा, जबकि पहले यह मासिक आधार पर अपडेट होता था।
आपके लिए लाभ: इस परिवर्तन से आपको अपने क्रेडिट स्कोर में होने वाले बदलावों की अधिक त्वरित जानकारी मिलेगी। अगर आपने कोई लोन चुका दिया है या क्रेडिट कार्ड का भुगतान कर दिया है, तो इसका प्रभाव आपके स्कोर पर जल्दी दिखाई देगा। इसी तरह, अगर आपके खाते में कोई विसंगति या गलती है, तो आप उसे जल्दी पहचान और सुधार सकेंगे।
कैसे करें इसका फायदा: अपने स्मार्टफोन पर मोबाइल बैंकिंग एप या CIBIL की आधिकारिक एप्लिकेशन इंस्टॉल करके रखें, जिससे आप नियमित रूप से अपने स्कोर की जांच कर सकें। नियमित निगरानी से आप अपने वित्तीय व्यवहार में सुधार कर सकते हैं और बेहतर क्रेडिट स्कोर प्राप्त कर सकते हैं।
2. क्रेडिट रिपोर्ट एक्सेस नोटिफिकेशन
नया नियम: जब कोई बैंक या वित्तीय संस्था आपकी क्रेडिट रिपोर्ट देखेगी, तो आपको SMS या ईमेल के माध्यम से सूचित किया जाएगा।
आपके लिए लाभ: यह नियम आपकी वित्तीय सुरक्षा को बढ़ावा देगा। आप जान सकेंगे कि कौन और क्यों आपकी क्रेडिट जानकारी तक पहुंच रहा है। अगर कोई अनधिकृत व्यक्ति या संस्था आपकी क्रेडिट रिपोर्ट देख रही है, तो आप तुरंत कार्रवाई कर सकते हैं।
सावधानियां: अगर आपको किसी अनजान संस्था से संबंधित नोटिफिकेशन मिलता है, तो तुरंत CIBIL और संबंधित बैंक से संपर्क करें। साथ ही, अपने मोबाइल नंबर और ईमेल पते को सभी वित्तीय संस्थानों के साथ अपडेट रखें, ताकि आपको सही समय पर सूचनाएं मिल सकें।
3. लोन रिजेक्शन का कारण बताना अनिवार्य
नया नियम: अब बैंकों और वित्तीय संस्थाओं को लोन आवेदन अस्वीकार करने का स्पष्ट कारण बताना होगा।
आपके लिए लाभ: इस नियम से आपको यह समझने में मदद मिलेगी कि आपके लोन आवेदन को क्यों अस्वीकार किया गया। इससे आप अपनी वित्तीय कमियों को पहचान कर उन्हें सुधार सकेंगे, जिससे भविष्य में लोन लेने की संभावना बढ़ जाएगी।
क्या करें अगर आपका लोन रिजेक्ट हो जाए: बैंक द्वारा बताए गए कारणों का विश्लेषण करें और उन समस्याओं को हल करने पर ध्यान दें। अगर कम CIBIL स्कोर कारण है, तो उसे सुधारने के लिए समय पर EMI भुगतान, क्रेडिट कार्ड का सीमित उपयोग, और पुराने बकाया का निपटारा करें।
4. वार्षिक मुफ्त क्रेडिट रिपोर्ट
नया नियम: सभी क्रेडिट इन्फॉर्मेशन कंपनियां (CIBIL, Experian, Equifax, CRIF High Mark) अब हर नागरिक को साल में एक बार मुफ्त में व्यापक क्रेडिट रिपोर्ट प्रदान करेंगी।
आपके लिए लाभ: यह नियम आपको बिना किसी खर्च के अपनी वित्तीय स्थिति की समीक्षा करने का अवसर देगा। आप अपनी क्रेडिट रिपोर्ट में किसी भी त्रुटि या विसंगति की पहचान कर सकेंगे और उसे सुधारवा सकेंगे।
कैसे प्राप्त करें मुफ्त क्रेडिट रिपोर्ट: आप CIBIL की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर या मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से अपनी मुफ्त वार्षिक क्रेडिट रिपोर्ट के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए आपको अपना PAN कार्ड और आधार कार्ड जैसे पहचान प्रमाण की आवश्यकता होगी।
5. EMI या क्रेडिट कार्ड बिल अलर्ट सिस्टम
नया नियम: बैंक और वित्तीय संस्थाएं अब EMI या क्रेडिट कार्ड बिल की नियत तिथि से पहले अलर्ट भेजेंगी।
आपके लिए लाभ: इस सुविधा से आप कभी भी अपनी EMI या क्रेडिट कार्ड बिल की भुगतान तिथि को भूलने से बच सकेंगे। समय पर भुगतान करने से आपका CIBIL स्कोर अच्छा रहेगा और डिफॉल्ट का जोखिम कम होगा।
प्रभावी प्रबंधन के लिए टिप्स: सभी लोन और क्रेडिट कार्ड भुगतानों का कैलेंडर बनाएं और अपने बैंक खाते में पर्याप्त बैलेंस रखें। ऑटो-पेमेंट या स्टैंडिंग इंस्ट्रक्शन का विकल्प चुनकर भी आप समय पर भुगतान सुनिश्चित कर सकते हैं।
6. शिकायत निवारण में गति
नया नियम: क्रेडिट रिपोर्ट से संबंधित सभी शिकायतों का समाधान 30 दिनों के अंदर किया जाना अनिवार्य होगा।
आपके लिए लाभ: पहले क्रेडिट रिपोर्ट में गलतियों को सुधारने में कई महीने लग जाते थे, जिससे आपके लोन या क्रेडिट कार्ड आवेदन में देरी हो सकती थी। अब आप त्वरित समाधान की अपेक्षा कर सकते हैं, जिससे आपके वित्तीय निर्णयों में बाधा नहीं आएगी।
शिकायत दर्ज करने का प्रक्रिया: CIBIL की वेबसाइट पर जाकर या उनके कस्टमर केयर नंबर पर कॉल करके शिकायत दर्ज करें। शिकायत के समर्थन में आवश्यक दस्तावेज़ प्रदान करना न भूलें।