इन लोगों को भूलकर भी नहीं खाना चाहिए बथुआ, नहीं तो आ जायेगा यमराज का बुलावा
नई दिल्ली :- आपको बता दें कि बथुआ में ऑक्सेलिक एसिड अधिक होता है, जो कि शरीर में अगर अधिक मात्रा में पहुंच जाए तो यह कैल्शियम की मात्रा को कम कर देता है. डॉक्टर अजय आलोक ने Local18 को बताया कि बारिश के तुरंत बाद का भी बथुआ के साग का सेवन नहीं करना चाहिए. उस दौरान साग में कीड़े लगने की संभावना बढ़ जाती है, जो आपको नुकसान पहुंचा सकता है.
डॉक्टर का कहना है कि जिन लोगों का पाचन तंत्र बहुत कमजोर है उन्हें बथुआ का अधिक सेवन नहीं करना चाहिए. बथुए के अधिक सेवन से पेट संबंधित समस्याएं शुरू हो सकती हैं. दरअसल, बथुआ में मौजूद फाइबर की अधिकता कई बार व्यक्ति के लिए डायरिया का कारण बन जाती है.
हालांकि सीमित मात्रा में इसका सेवन करने पर इसमें मौजूद फाइबर व्यक्ति को कब्ज, आयरन की कमी से छुटकारा दिलाने के साथ पेट भी साफ रखता है. लेकिन अगर आप पहले से ही दस्त की समस्या से जूझ रहे हैं तो इन हरी पत्तियों के सेवन करने से बचें.
अगर आपके शरीर में पहले से ही कैल्शियम की कमी है तो बथुआ का सेवन करने से बचें. जरूरत से ज्यादा बथुआ का सेवन करने से शरीर में कैल्शियम का लेवल भी कम होने लगता है. ऐसा इसलिए क्योंकि इस साग में ऑक्सालिक एसिड मौजूद होता है शरीर में कैल्शियम की मात्रा को कम कर सकता है.
स्किन एलर्जी से जूझ रहे लोगों को भी बथुआ का सेवन करने से बचना चाहिए. इसके अधिक सेवन से एलर्जी की शिकायत बढ़ सकती है. जरूरत से ज्यादा बथुआ का सेवन ऐसे लोगों के लिए स्किन रैशेज, खुजली,दाने जैसी परेशानियों का कारण बन सकता है.