Traffic Rule: अब दिल्ली- मेरठ एक्सप्रेस-वे पर सफर करने पर कटेगा चालान, ट्रैफिक नियम को लेकर एक्शन में आई पुलिस
दिल्ली, ऑटोमोबाइल :- दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस- वे पर बड़ी संख्या में वाहन दौड़ते हैं, अधिक संख्या में वाहन चलने के कारण दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस- वे पर जाम की स्थिति पैदा हो जाती है. ऐसे में एक्सप्रेस- वे पर हादसे होने की संभावना भी बढ़ जाती है. सड़क हादसो से बचाव के लिए परिवहन विभाग की तरफ से कई यातायात नियम लागू किए गए हैं. इसके बावजूद भी वाहन चालक यातायात नियमों को तोड़ते हुए वाहन चलाते हैं. कुछ वाहन चालक ऐसे हैं जो गलत दिशा में एक्सप्रेस-वे के लेन में प्रवेश करते है.
ITMS के माध्यम से काटे जा रहे चालान
यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों के NHAI ने इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (ITMS) के माध्यम से चालान काटने शुरू कर दिए है. मंगलवार को यूपी गेट से एक हरियाणा नंबर की कार उलटी दिशा से एक्सप्रेस- वे के लेन में प्रवेश कर गई और क्रॉसिंग रिपब्लिक के सामने जाकर निकली. एक्सप्रेस-वे पर लगे ITMS सिस्टम नें तुरंत इस गाड़ी का 20,000 रूपये चालान काटकर NIC के माध्यम से ट्रैफिक पुलिस को भेज दिया. साथ ही वाहन चालक के खिलाफ यातायात नियमों का उल्लंघन करने के कारण विभिन्न धाराओं के तहत कार्यवाही भी की जा रही है.
कानूनी धाराओं के तहत की जा रही कार्यवाही
NHAI ने ट्रैफिक और सिविल पुलिस से उलटी दिशा में वाहन चलाने वालों के खिलाफ चालान करने के साथ-साथ अन्य कानूनी धाराओं के तहत कार्यवाही करने की मांग की है. NHAI अधिकारियों का कहना है कि उलटी दिशा में वाहन चलाने के कारण बड़ी संख्या में वाहन चालकों के चालान काटे जा रहे हैं, इसके बावजूद भी लोग गलत दिशा में वाहन चला रहे हैं. सबसे अधिक वाहन क्रॉसिंग रिपब्लिक और यूपी गेट से उलटी दिशा से लेन मे प्रवेश कर रहे हैं. गलत दिशा में वाहन चलाने के कारण हादसों की संख्या भी लगातार बढ़ती जा रही है.
अतिरिक्त पुलिसकर्मियों की की जा रही माँग
Traffic पुलिस भी लंबे समय से मांग कर रही है कि क्रॉसिंग रिपब्लिक और यूपी गेट पर अतिरिक्त पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाए ताकि वाहन चालक गलत दिशा से लेन में Entry ना कर पाए. क्योंकि ITMS सिस्टम के माध्यम से केवल तभी पता लग सकता है जब वाहन एक्सप्रेस-वे की लेन में प्रवेश कर जाते हैं एक बार प्रवेश कर जाने पर किसी भी वाहन को रोकने में 10 से 15 मिनट का समय लग जाता है. ऐसे में यदि पहले से ही पुलिसकर्मी तैनात कर दिए जाएंगे तो वाहनों के प्रवेश पर पहले ही रोक लगाई जा सकेगी.