किसानों के लिए बहुत बड़ी खुशखबरी, अब App से होगी अब फसलों की गिरदावरी
चंडीगढ़ :- हरियाणा के किसानों के लिए एक बहुत बड़ी खुशखबरी की बात है. किसानों के लिए जी- फसल App से फसलों की गिरदावरी की जाएगी. इससे पहले राजस्व विभाग में कृषि विभाग द्वारा अलग-अलग फसलों की गिरदावरी की जाती थी. जिसके कारण कई बार किसानों की फसलों का Data एक समान नहीं होता था. इसके फलस्वरूप कुछ किसानों का डाटा भिन्न-भिन्न होने के कारण उनकी कीमतों की फसलों को बेचने में परेशानी आती थी. इसीलिए अब इस परेशानी को दूर करने के लिए जी फसल App से ही फसलों की गिरदावरी की जाएगी.
जी फसल की ऐप द्वारा की जाएगी गिरदावरी
उपायुक्त नेहा सिंह ने बताया कि हरियाणा सरकार द्वारा खेत की फसलों की गिरदावरी अब राजसव विभाग कृषि एवं किसान कल्याण विभाग में Marking विभाग द्वारा जी फसल की ऐप द्वारा की जाएगी. उन्होंने इन विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिया है कि रबी 2022- 23 की फसल की गिरदावरी अवधि फसल ऐप द्वारा ही करवाई जाएगी. पहले इस फसल की गिरदावरी राजस्व विभाग में कृषि विभाग द्वारा की जाती थी, जिससे कई बार किसानों की फसलों का डाटा एक समान नहीं होता था. जिसके कारण किसानों का Data अलग-अलग होने के कारण उनकी फसलों को बेचने में परेशानी आती थी. इसलिए अब से गिरदावरी इसी ऐप के माध्यम से की जाएगी.
संचालित ऐप को खोला जाएगा गांव में
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग पलवल के उपनिदेशक Dr. पवन कुमार शर्मा ने उपमंडल कृषि अधिकारी पलवल के कार्यालय में राजस्व विभाग Marketing कार्यालय में कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के लगभग 85 कर्मचारियों को जी फसल App के क्रियान्वयन के बारे में प्रशिक्षण दिलवाया. कृषि उपनिदेशक डॉ. पवन कुमार शर्मा ने कहा कि जी फसल ऐप हर्ष द्वारा संचालित ऐप है, जिसको गांव में जाकर ही खोला जाएगा.
कर्मचारियों की I’D बनवाने के निर्देश जारी
जी फसल ऐप के तहत सभी कर्मचारियों की I’D बनवाने के निर्देश जारी किए गए हैं और अब फसलों की गिरदावरी के डाटा में कोई भी भिन्नता नहीं आएगी. इससे किसानों को फसल बेचने में परेशानी का सामना नहीं करना होगा. उपनिदेशक ने किसानों से आह्वान किया है कि वे संबंधित विभागों से सहयोग करें, ताकि फसलों का डेटा अति शीघ्र जी फसल ऐप पर Upload हो सके. इस अवसर पर उपमंडल कृषि अधिकारी पलवल डॉ मनजीत सिंह, सहायक कृषि अभियंता, खंड कृषि अधिकारी हसनपुर, खंड कृषि अधिकारी पलवल भी प्रशिक्षण कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे.