History: जाने दिल्ली पर राज के लिए हरियाणा के पानीपत में क्यों लड़ा गया था युद्ध, पूरी खबर सुने, नहीं होगा यकीन
पानीपत:- हरियाणा का पानीपत जिला युद्ध भूमि के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि पानीपत जिले में कई ऐतिहासिक युद्ध हुए. इन युद्धों के चलते कई साम्राज्य खत्म हो गए जबकि कुछ नए साम्राज्यों की स्थापना की गई. प्राचीन मान्यताअनुसार पानीपत पांडव बंधुओं द्वारा स्थापित 5 शहरों में से एक था इसका प्राचीन नाम पांडुप्रस्थ था. पानीपत में 3 बड़े ऐतिहासिक युद्ध हो चुके हैं. आइए पानीपत में हुए इन सभी युद्ध के बारे में Detail से जानते हैं.
पानीपत में हुई थी लड़ाई
पानीपत की पहली लड़ाई 21 April 1526 को बाबर और दिल्ली के सुल्तान इब्राहिम लोदी के बीच हुई थी. बाबर ने इब्राहिम लोदी को हराकर लोदी वंश को समाप्त कर दिया था. पानीपत की दूसरी लड़ाई 5 November 1556 को अकबर और सम्राट हेमचंद्र विक्रमादित्य के बीच लड़ी गई थी. इस लड़ाई में सम्राट हेमचंद्र विक्रमादित्य ने अकबर की सेना को पराजित कर दिया और आगरा व Delhi पर कब्जा कर लिया. इसके अलावा पानीपत की तीसरी लड़ाई 1761 अफगानी सशक्त अहमद शाह अब्दाली और सदाशिवराव भाऊ पेशवा के बीच लड़ा गया. इस लड़ाई में अहमद शाह अब्दाली ने मराठों को हराया.
यमुना नदी जिले का प्रमुख जल स्त्रोत
पानीपत हरियाणा की युद्ध भूमि के नाम से भी जाना जाता है. पानीपत पर आए दिन आक्रमण होते रहते थे. पानीपत भौगोलिक रूप से राजाओं को मजबूती प्रदान करता था. Panipat भारत के कई ऐतिहासिक राज्यों की राजधानी था, इसलिए आक्रमणकारियों का लक्ष्य पानीपत को जितने का रहता था. दिल्ली के अलावा पानीपत से कई महत्वपूर्ण व्यापारिक मार्ग भी जुड़े हुए है, जिस कारण यहां से व्यापारिक लेन- देन आसानी से किया जा सकता है. पानीपत से बहने वाली यमुना नदी जिले का एक महत्वपूर्ण जलस्रोत है. पानीपत जिले में लगभग इसी नदी का पानी बड़े स्तर पर प्रयोग किया जाता है.
पानीपत में हुए सबसे अधिक युद्ध
पानीपत में हुए युद्धों के कारण जिले को एक अलग पहचान मिली है. हरियाणा में सबसे अधिक युद्ध पानीपत जिले में ही हुए थे. प्राचीन युद्ध कला में हजारों लाखों सैनिक आमने- सामने हुआ करते थे. वहीं युद्धों के लिए आवश्यक पशुओं जैसे हाथी, घोड़े और तोपे रखने के लिए काफी ज्यादा जगह चाहिए होती थी. पानीपत युद्ध के लिए उपयुक्त सीटी प्रदान करता था, इस कारण अधिकतर युद्धों के लिए पानीपत को चुना जाता था. ऐतिहासिक युद्धों के कारण आज पानीपत का जिक्र हर जगह सुनने को मिल जाता है.