दिल्ली और हरियाणा मे सर्दी ने की ‘धमाकेदार’ एंट्री, तोड़ दिया पिछले 28 साल का रिकॉर्ड
नई दिल्ली: 28 साल बाद राजधानी में शीतलहर की शुरूआत इतनी जल्दी हुई है। बुधवार की सुबह शीतलहर का प्रकोप रहा। अचानक न्यूनतम तापमान में आई गिरावट की वजह से लोगों को सुबह के समय काफी परेशानियां हुई। तापमान में करीब चार डिग्री की गिरावट रही। आने वाले दो दिन शीत लहर का प्रकोप रहेगा। 12 और 13 दिसंबर को येलो अलर्ट घोषित किया गया है। सुबह से ही ठंडी बर्फीली हवाएं चल रहीं थी। धूप तेज थी, लेकिन ठंड में ये धूप लोगों को अच्छी लग रही थी। बीते दो दिनों के दौरान पार्क और दूसरी जगहों पर लोग धूप का आनंद लेते नजर आए।बुधवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 23 डिग्री रहा।
यह सामान्य से दो डिग्री कम था। वहीं न्यूनतम तापमान सिमट कर महज 4.9 डिग्री रहा। यह सामान्य से पांच डिग्री कम है। हवा में नमी का स्तर 28 से 88 प्रतिशत रहा। पालम का न्यूनतम तापमान 6.2 डिग्री, लोदी रोड का 5 डिग्री, आया नगर का 3.8 डिग्री, गुरुग्राम का 6.2 डिग्री, नजफगढ़ का 5.9 डिग्री, नरेला का 5.1 डिग्री रहा। सुबह करीब 10 बजे मौसम विभाग ने दिल्ली में शीतलहर की घोषणा कर दी।
पूर्वानुमान के अनुसार, गुरुवार को कुछ जगहों पर शीतलहर रहेगी। आसमान साफ रहेगा। अधिकतम तापमान 23 और न्यूनतम तापमान 4 डिग्री तक रह सकता है। इसके बाद 13 दिसंबर को भी शीतलहर चलेगी। अधिकतम तापमान 23 और न्यूनतम तापमान 4 डिग्री रह सकता है। इसके बाद स्थिति में सुधार आएगा। 14 से 17 दिसंबर तक हल्का कोहरा रह सकता है। आसमान साफ रहेगा। अधिकतम तापमान 24 और न्यूनतम तापमान 5 से 6 डिग्री तक रह सकता है।
राजधानी में 1996 के बाद इतनी जल्दी शीतलहर का आगाज हुआ है। 11 दिसंबर को राजधानी में इस सीजन की सबसे ठंडी सुबह और शीतलहर रही। इससे पूर्व 11 दिसंबर को ही 1996 में तापमान 2.3 डिग्री रहा। वहीं 6 दिसंबर 1987 को न्यूनतम तापमान 4.1 डिग्री दर्ज हुआ था। स्काईमेट के अनुसार, इस सीजन में पहली बार राजधानी का न्यूनतम तापमान 5 डिग्री से कम हुआ है। पहाड़ों में बर्फबारी के बाद ठंडी हवाएं ढलानों से नीचे आ रही हैं। इसकी वजह से तापमान में यह गिरावट आई है।
एक वेस्टर्न डिस्टर्बेंस अभी पहाड़ों पर घूम रहा है और वहां अगले दो दिनों तक मौसम की गतिविधियां जारी रहेंगी। इसलिए इस अवधि के दौरान तापमान में और गिरावट की संभावना कम है। पहाड़ों में मौसम साफ होने के बाद उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में तापमान और गिर सकता है। राजधानी में इस वीकेंड और अगले हफ्ते तापमान 5 डिग्री से नीचे रहने का अंदेशा है। आमतौर पर दिसंबर में सबसे कम तापमान महीने के अंतिम हफ्ते में होता है।
मैदानी इलाकों में शीतलहर की घोषण तब की जाती है जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री या इससे कम होता है और यह सामान्य से 4.5 डिग्री कम हो। दिल्ली जैसे क्षेत्रों में पहले ही दिन इसकी घोषणा हो जाती है जबकि बड़े एरिया में दो दिन लगातार इस तरह की स्थिति रहने पर शीतलहर घोषित की जाती है। वहीं यदि न्यूनतम तापमान 4 डिग्री से नीचे रहता है तो उस स्थिति में शीतलहर घोषित कर दी जाती है।
- सिर, गर्दन, हाथ और पैरों को ढक कर रखें
- एक भारी कपड़े की बजाय हल्के गर्म अधिक कपड़े पहनें
- विटामिन सी वाले फल अैर सब्जियां खाएं
- गर्म पानी पीऐं
- बाहर कम से कम निकलें
- यदि त्वचा में खुजली हो रही है तो उसकी हल्के गर्म पानी से सिकाई करें
- यदि हीटर आदि का प्रयोग कर रहे हैं तो कमरे में पर्याप्त वेंटीलेशन रखें
11 दिसंबर या इससे पहले राजधानी में कब आई इतनी जल्दी शीतलहर
- 6 दिसंबर 1987 – 4.1 डिग्री
- 11 दिसंबर 1996 – 2.3 डिग्री
- 11 दिसंबर 2024 – 4.9 डिग्री