Yamunanagar News: हरियाणा के इस जिले में शिवालिक की पहाड़ियों पर है भोले बाबा के प्राचीन मंदिर, आज भी विरजमान है प्राकृतिक शिवलिंग
यमुनानगर :- हरियाणा में विभिन्न देवी- देवताओं के मंदिर स्थापित किए गए हैं. सभी मंदिरों की अपनी अलग- अलग विशेषताएं और मान्यताएं हैं. कुछ मंदिर ऐसे भी हैं जो बेहद खास होते है. एक ऐसा ही Shiv मंदिर यमुनानगर के गांव झंडा की उतरी दिशा में शिवालिक की पहाड़ियों पर स्थित है. इस मंदिर का प्राचीन काल से ही बड़ा महत्व बताया जा रहा है. साथ ही इस शिव Temple का संबंध महाभारत काल से भी बताया जा रहा है.
शिवलिंग को हटाकर गांव में स्थापित करने की बनी थी योजना
शिव मंदिर की देखरेख करने वाली साध्वी ने जानकारी देते हुए बताया कि महाभारत के युद्ध के बाद यहां पर पांडवों के द्वारा भगवान Shiv की आराधना की गई थी. उन्होंने बताया कि इस Temple में स्वयं भू प्राकृतिक शिवलिंग स्थापित है. करीब दो दशक पहले शिवलिंग को यहां से हटाकर गांव में स्थापित किए जाने का फैसला लिया गया था परंतु शिवलिंग की खुदाई गहराई तक जाने के कारण इसकी खुदाई को बीच में ही रुकवा दिया गया था.
2 किलोमीटर चौड़े रास्ते से करनी पड़ती है खड़ी चढ़ाई
शिवलिंग का रहस्य समझ ना आने पर ग्रामीणों ने इसी जगह पर Temple बनाने का निर्णय लिया. गांव से इस मंदिर तक पहुंचने के लिए 2 किलोमीटर चौड़े रास्ते पर ख़डी चढ़ाई करनी पड़ती है. आज यह मंदिर इतना मशहूर हो चुका है कि यहां आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ती ही जा रही है. सावन महीने में तो Shivji के इस मंदिर में श्रद्धालुओं की काफी भीड़ लगी रहती है. मान्यता है कि इस मंदिर में शिव जी के दर्शन करने से सारी मनोकामनाएं पूरी हो जाती है.
श्रद्धालुओं की सुविधाओ का रखा जाता है विशेष ध्यान
मंदिर कमेटी के प्रधान रमेश बिट्टू नें जानकारी देते हुए बताया कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए यहां पर दानी सज्जनों की सहायता से यज्ञशाला, हनुमान मंदिर, काली माता Temple, शौचालयों, भंडार गृह, Parking, पेयजल आदि की व्यवस्था की गई है. यहां पर आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधाओं का विशेष रुप से ध्यान रखा जाता है. सावन महीने में तो यहां पर श्रद्धालुओं की काफी भीड़- भाड़ लगी रहती है.